देहरादून।
उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के प्रदेश संयोजक जगत मर्तोलिया ने कहा कि इस संगठन के प्रदेश संयोजक से उन्हें कोई भी नहीं हटा सकता है। उन्होंने कहा कि वह प्रदेश संयोजक थे, है और रहेंगे। उन्होंने कहा कि एक समूह ने उन्हें हटाने का जो असफल प्रयास किया है। उनके खिलाफ व न्यायालय में मानहानि का मुकदमा करेंगे।
उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन में कुछ समय से विवाद चल रहा है। इस विवाद के चलते ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष भास्कर सम्मल, ब्लॉक प्रमुख संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर दर्शन सिंह दानू, जिला पंचायत अध्यक्ष संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सोना सजवान, जिला पंचायत सदस्य संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप भट्ट की ओर से एक पत्र 26 सितंबर की डेट का 27 सितंबर को वायरल किया गया है। उस पत्र में लिखा गया है कि पंचायत संगठन का नया संयोजक बना दिया गया है।
कुछ अन्य लोगों को सह संयोजक भी बनाया गया है। इस पत्र के वायरल होने के बाद प्रदेश संयोजक जगत मर्तोलिया ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि संगठन का नामकरण और निर्माण उनके द्वारा व्यक्तिगत किया गया है।
इसलिए उन्हें संगठन से पद से निकलने का अधिकार किसी को भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि केवल आंदोलन को कमजोर करने तथा सरकार को बेचने की नीयत से इस प्रकार का विवाद पैदा किया गया है।
उन्होंने कहा कि पूर्व की भांति लगातार संगठन एक सूत्रीय मांग 2 वर्ष का कार्यकाल बढ़ाए जाने आदि विषयों पर मुखर होकर लड़ाई लड़ेगा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनके अधिवक्ता की ओर से उक्त चार पदाधिकारी को मानहानि का नोटिस भेजा जा रहा है।उन्होंने कहा कि इस प्रकार का विवाद पैदा करके संगठन तथा आंदोलन को कमजोर किया गया है। जिसकी पूर्ति किया जाना आप संभव नहीं है। फिर भी हमारी ओर से एकजुटता के लिए अंतिम समय तक प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं की व्यक्तिगत बात हुई है नवरात्रि के बाद मुख्यमंत्री से मुलाकात की जाएगी और उनके मुलाकात के आधार पर आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।
-Crime patrol