हरिद्वार में इस बार सर्दियों में आने वाले विदेशी पक्षियों की संख्या ना के बराबर है। उल्लेखनीय है की साइबेरिया, पोलैंड, अफगानिस्तान, रूस इत्यादि देशों से तीव्र ठंड पड़ने पर वहां के पक्षी हजारों मील की उड़ान तय करके यहां हरिद्वार, भरतपुर, उदयपुर आदि स्थानों पर नदी व झील में पहुंचते हैं। इन प्रवासी पक्षियों का आगमन दिसंबर में शुरू हो जाता था और वापसी होली के आसपास शुरू हो जाती है। इनमें प्रमुख रूप से साइबेरियन क्रेन, ग्रेटर फिल्मेंगो, डिमासेलेल क्रेन, गुलाबी पेलेकन, रोजी पेलेकन, साइबेरियन सारस, रफ तिदार, गेंदवाल, जल मुर्गी इत्यादि पक्षी प्रतिवर्ष यहां पहुंचकर सैलानियों के आकर्षण रहते थे।
इस बार इन प्रवासी पक्षियों के ना आने के कारण पक्षी प्रेमी निराश है। पर्यावरण विदो का मानना है कि यूक्रेन और रूस के बीच भीषण युद्ध से आकाश मंडल में भीषण जहरीली गैसों के कारण इन प्रवासी पक्षियों के आगमन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। यही कारण है कि प्रवासी पक्षी इस बार नादरद है।
Reported By: Ramesh Khanna