एसडीसी फाउंडेशन द्वारा देहरादून में ‘300 प्लस प्लास्टिक बैंक उत्सव’ का आयोजन किया गया, जिसमें 300 से अधिक प्लास्टिक बैंक स्थापित करने के उपलक्ष्य में वैज्ञानिकों, शिक्षकों, संस्कृति कर्मियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बढ़ते प्लास्टिक कचरे के निस्तारण पर चर्चा की। मुख्य अतिथि डॉ. हरेन्द्र बिष्ट ने प्लास्टिक कचरे के निस्तारण की आवश्यकता पर जोर दिया, जबकि लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने गांवों में जागरूकता बढ़ाने की बात की।
एसडीसी फाउंडेशन के अनूप नौटियाल ने प्लास्टिक बैंक अभियान पर एक प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने कहा कि यह अभियान 2019 देहरादून में सिर्फ एक स्कूल , अपर प्राइमरी स्कूल खुड़बुड़ा की 55 छात्राओं के साथ शुरू किया गया था। आज इस अभियान में करीब एक लाख लोग जुड़े हैं, जिनमें करीब 40 हजार स्कूली छात्र-छात्राएं हैं। उन्होंने कहा कि अब तक उनकी संस्था 132 मैगी प्वॉइंट्स, 92 स्कूल, 40 हॉस्टल, 10 यूनिवर्सिटी और कॉलेज और 8 शो रूम सहित कई अन्य जगहों पर प्लास्टिक बैंक स्थापित कर चुकी है।
उन्होंने हर व्यक्ति से अपील की कि वे प्लास्टिक कचरे का कम से कम उपयोग करने का प्रयास करें ।
एसडीसी फाउंडेशन के अनूप नौटियाल ने प्लास्टिक बैंक अभियान की सफलता की जानकारी दी, जो 2019 में एक स्कूल से शुरू हुआ था और अब एक लाख से अधिक लोग इसमें शामिल हो चुके हैं। कार्यक्रम में पैनल डिस्कशन में कचरे के सेग्रीगेशन की महत्ता पर बल दिया गया। स्कूली बच्चों ने नाटक के माध्यम से प्लास्टिक कचरे के खतरे को उजागर किया और प्रतियोगिताओं में विजेता स्कूलों को पुरस्कार दिए गए।
Reported By: Shiv Narayan