Total Views-251419- views today- 25 12 , 2
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर नगर निगम हरिद्वार में वित्तीय नियमितताओं, जिसे आम बोलचाल की भ्रष्टाचार (घोटाला) कहा जाता है की जांच के लिए शासन ने पांच सदस्यीय आडिट टीम का गठन कर दिया है। आडिट टीम नगर निगम हरिद्वार ने पहुंच गई है।
नगर निगम में बहुचर्चित भूमि खरीद घोटाले में तत्कालीन निलंबित तत्कालीन जिलाधिकारी प्रमोटि आईएएस कर्मेन्द्र सिंह, निलंबित म्युनिसिपल कमिश्नर वरूण चौधरी, उपजिलाधिकारी अजयवीर सिंह सहित 12 अधिकारियों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था।
इस प्रकरण में नया मोड तब आया था जब मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया गया था कि म्युनिसिपल कमिश्नर आईएएस वरूण चौधरी ने भूमि खरीदने में ही अपने अधिकार क्षेत्र बाहर जाकर काम किया बल्कि वह नगर निगम की खजाना खाली कर गए हैं। लाईट, पोल, टाइमर, खरीद, नगर निगम का डाटा-सेंटर स्थापित करने, राज्य स्थापना दिवस में दीपोत्सव के लिए दीये खरीदने, मेंटीनेंस, कंप्यूटर आदि खरीदने में भी अनियमितताएं की गई हैं।
इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री निलंबित म्युनिसिपल कमिश्नर वरूण चौधरी के कार्यकाल का वित्तीय आडिट कराने की घोषणा की भी। शासन ने वित्त सेवा की पांच सदस्यीय टीम का गठन किया है। टीम नगर निगम पहुंच गई हैं तथा उसने जांच शुरू कर दी है जिससे नगर निगम में हड़कंप मच गया है।
Reported By: Ramesh Khanna