रुद्रप्रयाग।
केदारनाथ धाम के कपाट बंद है। पौराणिक परंपरा के अनुसार 6 महीने धाम में देवगण भगवान भोले शंकर की पूजा करते हैं और 6 महीने नर। अभी बाबा के कपाट बंद है। धाम से एक वीडियो वायरल हो रहा है। तीर्थ पुरोहित अंकुर शुक्ला ने बताया कि यह वीडियो भुकुंट भैरवनाथ मंदिर की है, जो केदारनाथ धाम के रक्षक हैं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक मजदूर व्यक्ति भुकुंट भैरवनाथ मंदिर में जाकर मूर्तियों के साथ छेड़खानी कर रहा है और मंदिर प्रांगण में जूते ले जा रखा है और वह जूते मूर्ति पर भी स्पर्श हो रहे हैं, जो की इस वीडियो में साफ-साफ दिख रहा है।
हमारी सनातनी परंपरा है कि 6 महीने जब कपाट बंद होते हैं तो केदारनाथ धाम में कोई भी व्यक्ति नहीं रहेगा, लेकिन आपदा के बाद नवनिर्माण के नाम पर हमारे हिंदू भावनाओं के साथ छेड़खानी की जा रही है,जो व्यक्ति भैरवनाथ के प्रांगण में जा रखा है। वह कौन है। क्या वह सनातनी है। वह इन पौराणिक मूर्तियों को खंडित भी कर सकता था। इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। उन्होंने मंदिर की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं।
वीडियो वायरल होते ही,
देखे वीडियो-
रुद्रप्रयाग पुलिस ने तत्काल प्रारम्भिक जांच की तथा प्रथम दृष्टतया उक्त वीडियो थोडा पुराना पाया गया। वीडियो में दिख रहा व्यक्ति केदारनाथ पुर्ननिर्माण कार्यों में लगी गावर कम्पनी का मजदूर होना जानकारी में आया है। जनपद पुलिस के स्तर से इस मामले में कोतवाली सोनप्रयाग पर मु.अ.सं. 73/2024 धारा 298 व 331 भारतीय न्याय संहिता (अभियुक्तगणों द्वारा श्री केदारनाथ धाम मन्दिर के निकट स्थित भैरवनाथ मन्दिर में जूते पहनकर प्रवेश कर हाथ में पकड़े डण्डे से मूर्तियों से छेड़छाड़ कर धार्मिक भावनायें आहत करने, गृहभेदन) के सम्बन्ध में सज्जन कुमार व संबंधित ठेकेदार एव संबंधित कंपनी के कर्मचारी के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर विवेचनात्मक कार्यवाही प्रारम्भ की गयी है। जनपद पुलिस के स्तर से जल्द ही अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जाएगी, जिस हेतु विशेष टीम का गठन किया गया है।
-Crime Patrol