प्राथमिकता: दुर्गम और अति दुर्गम विद्यालयों में पठन-पाठन को सुचारू बनाना
मुख्य बिंदु:
- नियुक्ति प्रक्रिया:
राज्य में कला वर्ग के रिक्त पदों को भरने के लिए 599 अतिथि शिक्षकों की शीघ्र नियुक्ति की जाएगी। इनमें 511 सामान्य शाखा और 88 महिला शाखा के शिक्षक शामिल हैं। - विषय वितरण:
- सामान्य शाखा: हिंदी (125), इतिहास (59), नागरिक शास्त्र (130), अर्थशास्त्र (130), भूगोल (67)।
- महिला शाखा: हिंदी (25), भूगोल (8), अर्थशास्त्र (20), नागरिक शास्त्र (20), इतिहास (15)।
जनपदवार तैनाती:
- सामान्य शाखा:
चमोली (69), रुद्रप्रयाग (46), पौड़ी (119), टिहरी (54), देहरादून (2), हरिद्वार (1), उत्तरकाशी (17), अल्मोड़ा (58), नैनीताल (21), बागेश्वर (23), पिथौरागढ़ (64), चंपावत (29), ऊधमसिंह नगर (8)। - महिला शाखा:
चमोली (13), रुद्रप्रयाग (1), उत्तरकाशी (1), पौड़ी (13), टिहरी (2), देहरादून (2), नैनीताल (2), अल्मोड़ा (19), बागेश्वर (6), पिथौरागढ़ (10), चंपावत (5), ऊधमसिंह नगर (14)।
शिक्षा मंत्री का बयान:
डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि नई शिक्षा नीति-2020 के तहत राज्य की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इन नियुक्तियों से दुर्गम और अति दुर्गम क्षेत्रों के विद्यालयों में पठन-पाठन सुचारू होगा और स्थानीय छात्रों को बेहतर शिक्षा मिलेगी।
प्रभाव:
यह कदम राज्य में शिक्षा को नई दिशा प्रदान करेगा, खासकर उन क्षेत्रों में जहां शिक्षकों की कमी से छात्र प्रभावित हो रहे थे।
Reported by-Arun Sharna