रविवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, रायपुर में आयोजित उत्तराखंड प्रीमियर लीग (UPL) के फाइनल मैच में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने विजेता टीम यू.एस.एन इंडियन को ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने सभी खिलाड़ियों और विभिन्न जिलों की टीमों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि उत्तराखंड प्रीमियर लीग जैसी प्रतियोगिताएं प्रदेश के उभरते खिलाड़ियों के लिए एक सुनहरा अवसर प्रदान करती हैं। सभी खिलाड़ियों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से खेल का मान बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री धामी ने खेल के क्षेत्र में राज्य सरकार की प्रतिबद्धताओं पर जोर देते हुए कहा कि प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने नई खेल नीति की चर्चा करते हुए बताया कि इसके तहत राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को “आउट ऑफ टर्न” सरकारी नौकरी देने की शुरुआत की गई है। इसके अलावा, राज्य के आवासीय स्पोर्ट्स कॉलेजों में खिलाड़ियों को निःशुल्क प्रशिक्षण, शिक्षा, आवास, भोजन, और किट जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
राज्य सरकार की योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि “मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना” और “मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना” के माध्यम से उभरते हुए खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति दी जा रही है। इससे प्रदेश के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा और वे अपने खेल में और भी उत्कृष्टता हासिल कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने यह भी कहा कि राज्य में सरकारी नौकरियों में 4 प्रतिशत खेल कोटा पुनः लागू कर दिया गया है, जिससे खिलाड़ियों को सरकारी सेवाओं में एक सशक्त अवसर मिलेगा। इसके साथ ही, राज्य में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने के लिए नए खेल मैदानों का निर्माण और मौजूदा मैदानों का विकास राष्ट्रीय स्तर के मानकों के अनुसार किया जा रहा है।
धामी ने विशेष रूप से इस बात का उल्लेख किया कि उत्तराखंड को आगामी “राष्ट्रीय खेलों” की मेजबानी का सुअवसर प्राप्त हुआ है। इस मेगा इवेंट की तैयारी के तहत प्रदेश में अवस्थापना सुविधाओं का विकास तेजी से किया जा रहा है। खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन भी किया जा रहा है, ताकि राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि उत्तराखंड प्रीमियर लीग जैसी प्रतियोगिताओं से न केवल प्रदेश के खिलाड़ियों को नया मंच मिला है, बल्कि यह राज्य में खेल संस्कृति को भी प्रोत्साहित करती है। उनके अनुसार, ऐसे आयोजनों से प्रदेश के खिलाड़ियों को अपना कौशल दिखाने और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का अवसर मिलेगा, जो राज्य के खेल परिदृश्य को और मजबूत करेगा।