ब्यूरो: भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने स्वीडन के स्टॉकहोम में आयोजित इंटरनेशनल आईडीईए सम्मेलन में उद्घाटन भाषण देते हुए भारत की विशाल, विविध और समावेशी चुनावी प्रणाली को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) विश्व के सबसे बड़े चुनाव प्रबंधन निकाय के रूप में लोकतंत्र की मजबूती में अहम भूमिका निभा रहा है।
सम्मेलन में उन्होंने बताया कि भारत के चुनावों में 20 मिलियन से अधिक कार्मिक, 97.9 करोड़ मतदाता, 10.5 लाख से अधिक मतदान केंद्र, और 743 राजनीतिक दलों की भागीदारी लोकतंत्र की अद्भुत मिसाल है। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता, तकनीकी दक्षता और सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित की जाती है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने स्वीडन के स्टॉकहोम में 10 से 12 जून, 2025 तक आयोजित चुनावी अखंडता पर आयोजित इंटरनेशनल आईडीईए कांफ्रेस के अवसर पर विभिन्न देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के प्रमुखों के साथ एक सिलसिलेवार तरीके से द्विपक्षीय बैठकें कीं।
इन बैठकों का उद्देश्य भारत की चुनाव प्रबंधन एवं लोकतांत्रिक सहयोग के क्षेत्र में लंबे समय से स्थापित साझेदारियों को और अधिक सशक्त करना है। इन द्विपक्षीय वार्ताओं के दौरान मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने विभिन्न के देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के प्रमुखों और वरिष्ठ अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर वैश्विक चुनावी अनुभवों और नवाचारों पर चर्चा की। देर शाम श्री ज्ञानेश कुमार ने इंटरनेशनल आईडीईए कांफ्रेस के उद्घाटन सत्र में उद्घाटन भाषण भी दिया।
सम्मेलन के इतर 13 देशों के चुनाव अधिकारियों से द्विपक्षीय बैठकें भी कीं, जिनमें चुनावी तकनीक, प्रवासी मतदान और संस्थागत सहयोग जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। उन्होंने भारत की चुनाव प्रणाली को एक संवैधानिक दायित्व और “कोई मतदाता पीछे न छूटे” की प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया।