देहरादून, 10 दिसंबर। बांग्लादेश में हिन्दुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के विरोध में आज देहरादून में विभिन्न हिन्दू संगठनों ने आक्रोश मार्च निकाला। इस मार्च में बड़ी संख्या में धार्मिक, सामाजिक और व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और बांग्लादेश सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
रेंजर्स ग्राउंड से जिलाधिकारी कार्यालय तक प्रदर्शन
आक्रोश मार्च रेंजर्स ग्राउंड से शुरू होकर शहर के प्रमुख चौक-चौराहों से गुजरता हुआ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा। प्रदर्शनकारियों ने वहां जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने और भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने की निंदा
मार्च में शामिल राज्य के कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि बांग्लादेश को हमेशा भारत ने सहायता प्रदान की है, लेकिन इसके बावजूद वहां हिन्दुओं के खिलाफ अत्याचार करना बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्यों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ज्ञापन में रखी गई मांगे
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति से मांग की कि:
- बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाया जाए कि वह हिन्दुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को रोके।
- अंतरराष्ट्रीय मंच पर इस मुद्दे को उठाकर कार्रवाई की जाए।
- पीड़ित हिन्दुओं को न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
संगठनों की एकजुटता
इस प्रदर्शन में विहिप, बजरंग दल, संघ से जुड़े संगठनों, और विभिन्न सामाजिक एवं व्यापारिक संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए। उन्होंने कहा कि यह आक्रोश मार्च अल्पसंख्यकों के प्रति हो रहे अन्याय को उजागर करने और भारत सरकार से ठोस कदम उठाने की अपील करने के लिए आयोजित किया गया।
देहरादून के नागरिकों ने इस मार्च में अपनी सक्रिय भागीदारी से यह संदेश दिया कि वे अपने धार्मिक और सांस्कृतिक अधिकारों के प्रति सजग हैं और इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेंगे।
Reported By : Shiv Narayan