ओवरलोड वाहनों से खतरा
नेगी ने कहा कि कई वाहनों की बॉडी बीच से फटने की कगार पर होती है, और कुछ वाहनों की स्थिति तिरछी होने के कारण वे बेहद असुरक्षित लगते हैं। इन वाहनों के बगल से गुजरना खुद को जोखिम में डालने जैसा है। उन्होंने कहा कि पहले भी ऐसे वाहनों के कारण कई हादसे हो चुके हैं। समय रहते इन वाहनों पर अंकुश लगाना बेहद जरूरी है।
विभागीय चुप्पी पर सवाल
नेगी ने परिवहन और पुलिस विभाग की चुप्पी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह समझ से परे है कि ऐसे ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही। उन्होंने आशंका जताई कि विभाग किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है।
जनपदों में गन्ना परिवहन की समस्या
नेगी ने बताया कि देहरादून, हरिद्वार, उधम सिंह नगर और नैनीताल जैसे गन्ना उत्पादक जिलों में सेंटरों से मिल तक गन्ना ले जाने वाले वाहनों की स्थिति बेहद खराब है। मोर्चा ने चेतावनी दी है कि यदि इन वाहनों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे शासन से इस मुद्दे पर जवाब मांगेंगे।
शासन से अपील
नेगी ने शासन और प्रशासन से मांग की कि ओवरलोड गन्ना वाहनों पर तुरंत अंकुश लगाया जाए और सड़कों पर यातायात सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि विभाग की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ रहा है।
पत्रकार वार्ता में विजयराम शर्मा और प्रवीण शर्मा पिन्नी भी मौजूद थे। जन संघर्ष मोर्चा ने इसे लेकर एक बड़ा कदम उठाने का संकेत दिया है।
Reported By : Arun Sharma