उत्तराखंड में स्वच्छता की स्थिति पर आधारित सडीसी फाउंडेशन द्वारा जारी की गई उत्तराखंड स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 की रिपोर्ट ने राज्य के शहरी निकायों की सफाई व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। इस रिपोर्ट में राज्य के कई प्रमुख शहरों का प्रदर्शन बेहद खराब पाया गया है, जिससे साफ-सफाई में व्यापक लापरवाही की स्थिति का पता चलता है।
फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस 34 पन्नों की रिपोर्ट को जारी किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य में सफाई व्यवस्था में लगातार गिरावट आई है और इस दिशा में तत्काल सुधार की आवश्यकता है। रिपोर्ट के विश्लेषण में पाया गया कि जबकि देहरादून राज्य का एकमात्र ऐसा शहर है जो स्वच्छता के मामले में देश के 100 सबसे स्वच्छ शहरों में शामिल हुआ है और उसे 68वां स्थान प्राप्त हुआ है, वहीं बाकी के सात शहरों का प्रदर्शन औसत से भी खराब रहा है।
इसके अलावा, रिपोर्ट में उत्तराखंड के सबसे गंदे शहर के रूप में रुद्रपुर का नाम सामने आया है, जिसे सर्वेक्षण में 417वां स्थान मिला है। यह स्थिति इस बात का संकेत है कि स्वच्छता के मामले में राज्य के छोटे और बड़े शहरों के बीच बहुत बड़ा अंतर है और सुधार के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
सडीसी फाउंडेशन ने रिपोर्ट में राज्य की स्वच्छता व्यवस्था को सुधारने के लिए 10 प्रमुख सुझाव भी दिए हैं। इनमें बेहतर कचरा प्रबंधन, नागरिकों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने, नगरपालिका कर्मचारियों के प्रशिक्षण और स्वच्छता मानकों की सख्त निगरानी शामिल हैं। फाउंडेशन का मानना है कि इन कदमों से राज्य में स्वच्छता की स्थिति में बड़े बदलाव आ सकते हैं और उत्तराखंड को एक स्वच्छ और स्वस्थ राज्य बनाने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जा सकते हैं।
यह रिपोर्ट उत्तराखंड सरकार और स्थानीय निकायों के लिए एक चेतावनी है कि यदि स्वच्छता के मुद्दे पर गंभीरता से काम नहीं किया गया तो स्थिति और भी बदतर हो सकती है। सभी को मिलकर स्वच्छता के लिए प्रयास करना होगा ताकि राज्य को एक साफ और स्वस्थ वातावरण मिल सके।
Reported By : Shiv Narayan