हरिद्वार नगर निगम के जमीन खरीद घोटाले में जल्द बड़ा एक्शन हो सकता है। बृहस्पतिवार को मामले की जांच कर रहे सीनियर आईएएस रणवीर सिंह चौहान ने अपनी जांच रिपोर्ट सचिव शहरी विकास को सौंप दी थी।
सूत्रों के मुताबिक जांच रिपोर्ट में तत्कालीन प्रशासक और एसडीएम की भूमिका संदिग्ध है। जबकि इस मामले में नगर निगम के चार अधिकारी पहले ही सस्पेंड किए जा चुके हैं। बड़ी कार्रवाई के अंदेशे से नगर निगम हरिद्वार और जिला प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
इस प्रकरण की जांच से हरिद्वार की मेयर भी बेहद संतुष्ट है। मेयर का कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर निष्पक्ष जांच हुई है।
उम्मीद है कि दोषी अधिकारियों पर जल्द कार्रवाई होगी।
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