उत्तराखंड निकाय चुनाव को लेकर के इन दोनों सियासत गरम है. निकाय चुनाव के दौरान अपनी ही पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे बागियों पर भाजपा एक्शन की तैयारी में है. पार्टी ने चुनाव लड़ रहे बागी प्रत्याशियों को 8 जनवरी तक अपना समर्थन भाजपा प्रत्याशी को देने की डेडलाइन रखी थी. पार्टी ने यह स्पष्ट कर दिया था कि जो भी बागी प्रत्याशी पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ चुनावी मैदान में सामने होगा वह अनुशासनहीनता मानी जाएगी. उसके खिलाफ पार्टी निष्कासन की कार्रवाई करेगी. नामांकन के दौरान तकरीबन 100 से ज्यादा बागियों ने नॉमिनेशन किया था.
बड़ी संख्या में पार्टी के खिलाफ जाकर नॉमिनेशन करने वाले बागी लोगों को समझने और नाम वापसी के लिए भाजपा ने अलग से एक अभियान चलाया गया. आखिरकार नाम वापसी के दिन तक भाजपा अपने कई लोगों को मनाने में सफल रही वहीं कुछ लोगों ने अभी भी अपने नाम वापस नहीं लिए हैं जिसको लेकर बीजेपी से विधायक विनोद चमोली ने कहा है कि पार्टी द्वारा बगियो को कई बार मौका दिया गया है बीजेपी का अपना संविधान है. यदि कोई भी पार्टी का पदाधिकारी या कार्यकर्ता पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ता है तो इसे अनुशासनहीनता के दायरे में रखा जाता है. और पार्टी जल्द ही इन पर कार्यवाही करने जा रही है
विनोद चमोली, विधायक बीजेपी