Total Views-251419- views today- 25 2 , 1
पंचकेदारों में प्रमुख द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट इस वर्ष बुधवार, 21 मई को कर्क लग्न में पूर्वाह्न 11:30 बजे विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाएंगे। यह घोषणा बैसाखी के शुभ अवसर पर श्री ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ में धार्मिक समारोह के दौरान पंचांग गणना के पश्चात की गई। इस अवसर पर राज्य मंत्री चंडी प्रसाद भट्ट, बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल और अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।
वहीं, तृतीय केदार श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट शुक्रवार, 2 मई को मिथुन लग्न में पूर्वाह्न 10:15 बजे खोले जाएंगे। इसकी घोषणा श्री मर्करेटेश्वर मंदिर, मक्कूमठ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान आचार्य विजय भारत मैठाणी द्वारा की गई।
मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि दोनों धामों की यात्रा के लिए तैयारियां तेज़ी से की जा रही हैं और अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को ध्यान में रखते हुए समुचित व्यवस्था की जा रही है।
श्री मद्महेश्वर जी की चल विग्रह डोली 18 मई को उखीमठ से रवाना होकर 19 मई को रांसी, 20 मई को गौंडार में प्रवास करेगी और 21 मई की सुबह मद्महेश्वर धाम पहुंचेगी। वहीं, तुंगनाथ जी की डोली 30 अप्रैल को मक्कूमठ से भूतनाथ मंदिर, 1 मई को चोपता और 2 मई को श्री तुंगनाथ मंदिर पहुंचेगी।
इस धार्मिक अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु, बीकेटीसी अधिकारी, पुजारीगण और स्थानीय समिति के सदस्य उपस्थित रहे। कपाट खुलने की ये तिथियां उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में एक महत्वपूर्ण अध्याय हैं, जो भक्तों को अध्यात्मिक ऊर्जा और आस्था से भर देती हैं।
Reported By: Arun Sharma