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अंतर्राष्ट्रीय नशा विरोधी दिवस के अवसर पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ जन-जागरूकता को लेकर पुलिस लाइन देहरादून में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में नशे के दुष्परिणामों के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाना और युवाओं को इससे दूर रखने की दिशा में सामूहिक प्रयासों को प्रोत्साहित करना रहा।
इस अवसर पर पर्यावरणविद पद्मश्री डॉ. अनिल जोशी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर उत्तराखण्ड पुलिस डॉ. वी. मुरूगेशन, देहरादून एसएसपी आईपीएस अजय सिंह सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। सभी ने नशे के खिलाफ प्रभावी रणनीति और सामाजिक भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया।
कार्यक्रम में सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेजे देहरादून एव सजग इंडिया के अध्यक्ष एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने “सजग इंडिया” अभियान के अंतर्गत पिछले 15 वर्षों से अधिक समय से नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे जागरूकता अभियान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे शिक्षण संस्थानों और सामुदायिक स्तर पर युवाओं को जोड़ते हुए एक मजबूत जन आंदोलन खड़ा किया गया है।
एडवोकेट जोशी ने कहा, “नशा न केवल युवाओं का भविष्य नष्ट करता है, बल्कि समाज की नींव को भी कमजोर करता है। सजग इंडिया के माध्यम से हम हर वर्ग तक पहुंचकर इस खतरे के प्रति सजगता पैदा कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि “नशे के खिलाफ लड़ाई केवल सरकार या पुलिस की नहीं, बल्कि हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। यदि हम प्रत्येक नागरिक तक सही जानकारी और मार्गदर्शन पहुंचाएं, तो एक बड़ा बदलाव संभव है।
कार्यक्रम की विशेष प्रस्तुति सीआईएमएस कॉलेज देहरादून की एनसीसी यूके-11 गर्ल्स बटालियन की छात्राओं द्वारा दी गई नुक्कड़-नाटक रही, जिसमें नशे के दुष्परिणामों को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया गया। छात्राओं की इस प्रस्तुति ने उपस्थित जनों को भावनात्मक रूप से झकझोर दिया और सामाजिक जागरूकता का गहन संदेश दिया। अंत में सभी उपस्थितजनों ने एकजुट होकर “नशा मुक्त समाज” की दिशा में कार्य करने का संकल्प लिया।
Reported By: Arun Sharma