उत्तराखंड में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जो राज्य सरकार, राज्य के नागरिकों और प्रदेश में आने वाले करोड़ों पर्यटकों के लिए गंभीर चिंता का विषय है। 2023 में नवंबर माह तक 1520 दुर्घटनाएं हुईं, जबकि 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 1594 तक पहुंच गया, जो 4.9% की वृद्धि को दर्शाता है। इसी प्रकार, 2023 में नवंबर माह तक 946 मौतें हुईं, जो 2024 में बढ़कर 983 हो गईं। इसके अलावा, घायल व्यक्तियों की संख्या भी बढ़ी है।
मुख्यमंत्री से अपील, राज्य में शुरू हो सुरक्षित उत्तराखंड रोड सेफ्टी अभियान
हम जानते हैं कि राज्य के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी अत्यधिक व्यस्त व्यक्ति हैं। उन्हें राज्य के तमाम अन्य कार्यों पर भी ध्यान देना होता है। उनके पास 29 विभागों की जिम्मेदारी है। ट्रांसपोर्ट भी उन्हीं के पास है। ऐसे में हम आमतौर पर उन्हें अपनी ओर से उठाई गई किसी समस्या को लेकर डिस्टर्ब नहीं करते। हालांकि सड़क सुरक्षा जैसे आम लोगों के जीवन से जुड़े मुद्दे पर हमने उन्हें अपने कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में टैग किया है। यह बात अलग है कि मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल की तरफ से हमें कोई जवाब नहीं मिला, हम इसकी बहुत ज्यादा उम्मीद भी नहीं करते।
हमने पहली बार मुख्यमंत्री को अल्मोड़ा बस हादसे के बाद अपनी पोस्ट में टैग किया था। उसके बाद इसी मसले पर कुछ और भी पोस्ट किये, उन्हें फ़िर टैग किया। हमारा कहना सिर्फ यह है कि आने वाले समय में हमें सड़क दुर्घटनाओं में और लोगों को न खोना पड़े, इसके लिए गंभीर प्रयास किए जाएं।
वर्तमान व्यवस्था से बड़े बदलाव संभव नहीं हैं इसलिए हमारा सुझाव है कि मुख्यमंत्री अपने एक कबिल और मेहनती विश्वासपात्र को सुरक्षित उत्तराखंड रोड सेफ्टी अभियान की ज़िम्मेदारी सौंप दें। वो व्यक्ति अपना कम से कम 80 प्रतिशत समय सड़क हादसों के कारणों और उनसे बचने के देशभर के तमाम मॉडल्स का अध्ययन करने में लगाएं। सड़क सुरक्षा संबंधी योजनाएं बनाकर उन्हें धरातल पर उतारने की दिशा में भी काम करे। हम उम्मीद करते हैं कि निकट भविष्य में मुख्यमंत्री इस सलाह पर अवश्य ध्यान देंगे।
उम्मीदों का 2025
नए साल 2025 की शुरुआत हो चुकी है। हमें उम्मीद है कि आने वाले वर्ष में उत्तराखंड में सड़क दुर्घटनाएँ बड़े स्तर से कम होंगी। बेहतर ढांचागत सुविधाओं, यातायात नियमों के प्रभावी पालन और समाज में जागरूकता में वृद्धि के माध्यम से सुरक्षित उत्तराखंड अभियान के मिशन पर काम होगा। सरकार और प्रदेश के लोग मिलकर सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और जान बचाने के लिए अपने प्रयासों को और अधिक धार देंगे। सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देकर हम उत्तराखंड के निवासियों और प्रदेश में आने वाले करोड़ों पर्यटकों और श्रदालुओं के लिए एक सुरक्षित और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करेंगे, ऐसी मेरी मनोकामना रहेगी।
इस मुद्दे पर मेरे विचार प्रकाशित करने के लिए आभार दिव्य हिमगरी साप्ताहिक पत्रिका का। विस्तृत लेख आपके साथ साझा कर रहा हूँ।
-Crime Patrol