हरिद्वार, भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने हरिद्वार में एक उद्योग जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य उद्योगों में उत्पाद गुणवत्ता, सुरक्षा, और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा देने के लिए मानकों के महत्व पर प्रकाश डालना था। कार्यक्रम में उद्योग जगत के प्रतिनिधियों और विभिन्न संगठनों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल ने उद्योगों में मानकीकरण को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “मानकीकरण न केवल उत्पादों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करता है, बल्कि यह उपभोक्ता विश्वास और उद्योग प्रतिस्पर्धात्मकता को भी मजबूत करता है।”
मानकों की भूमिका पर वक्ताओं के विचार
कार्यक्रम की शुरुआत भारतीय मानक ब्यूरो देहरादून के निदेशक श्री सौरभ तिवारी द्वारा की गई, जिन्होंने प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए मानकों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने लघु उद्योगों से मानकीकरण को अपनाने का आग्रह किया और कहा कि यह उद्योगों के लिए लाभप्रद और आवश्यक है।
स्मॉल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (एसएमएयू) के अध्यक्ष श्री हरेंद्र गर्ग ने लघु एवं मध्यम उद्यमों (एसएमई) में मानकीकरण की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “एसएमई क्षेत्र में उत्कृष्टता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को हासिल करने के लिए मानकों का पालन आवश्यक है।”
पूर्व विधायक श्री सुरेश चंद जैन ने क्षेत्र में उद्योगों के विकास पर चर्चा की और कहा, “स्थायी विकास के लिए मानकों का पालन करना समय की मांग है।”
एसएमएयू के उपाध्यक्ष श्री अजय जैन ने उद्योग हितधारकों और मानक निर्धारण संगठनों के बीच सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “नवाचार और विकास को प्रोत्साहित करने के लिए मानकीकरण को अपनाना उद्योगों के लिए लाभकारी है।”
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य
इस आयोजन का विषय “उद्योग के लिए मानक अनिवार्य हैं” था। कार्यक्रम ने प्रतिभागियों को मानकों के अनुपालन के लाभों को समझाने, सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा करने, और उद्योगों में मानकीकरण को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान किया।
भारतीय मानक ब्यूरो के तत्वावधान में आयोजित इस पहल का उद्देश्य उद्योगों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना और उपभोक्ताओं के लिए उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को सुनिश्चित करना है। कार्यक्रम ने ज्ञान साझा करने और मानकों के अनुपालन को प्रोत्साहित करने के लिए एक प्रभावी मंच प्रदान किया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से भारतीय मानक ब्यूरो ने एक बार फिर यह संदेश दिया कि मानकीकरण न केवल उद्योगों के विकास और सफलता के लिए आवश्यक है, बल्कि यह उपभोक्ता संतुष्टि और उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने का भी एक प्रभावी तरीका है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उद्योग प्रतिनिधियों ने भाग लिया और इसे एक सकारात्मक पहल के रूप में सराहा।
-Crime Patrol