राजधानी देहरादून मे नगर निगम मे स्वछता समिति मे कार्य करने वाले कर्मचारियों को पार्षद अपनी मर्जी से न तो हटा सकते है और न ही उनकी जगह दूसरे कर्मचारी को रख सकते है, नगर निगम मे स्वछता समिति मे गड़बड़ी मिलने की शिकायतों के बाद राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष भगवत प्रसाद मकवाना ने इस मामले मे कड़ा रुख अपनाते हुए नगर आयुक्त नगर निगम देहरादून को सख्त हिदायत दी है की नगर निगम एक्ट के अनुसार ही सफाई कर्मचारियों को हटाया व रखा जा सकता है,
इसके लिए निगम को यदि किसी सफाई कर्मचारी की कोई शिकायत मिलती है तो वह पहले कार्य करने वाले सफाई कर्मचारी को नोटिस देगा और शिकायत की जांच के बाद ही निगम कर्मचारी को नगर निगम एक्ट के अनुसार हटाया जायेगा, काबिलेगौर है कि वार्ड न 23 मे विगत 5 सालों से स्वछता समिति मे कार्य करने वाले कर्मचारी रजत को पार्षद और सुपरवाइजर ने समिति से हटा दिया गया है,
वही रजत का आरोप है कि उसकी जगह जिस कर्मचारी को स्वछता समिति मे रखा गया है उससे पैसे लेकर मिलीभगत से सुपरवाइजर और पार्षद द्वारा स्वछता समिति मे रखा गया है, जो कि अवैध है और इस संबध मे रजत की ओर से नगर निगम नगर आयुक्त को लिखित मे शिकायत भी दर्ज करवाई है, रजत का आरोप है कि पार्षद बदली का भय दिखा कर स्वछता समिति मे कार्यरत सफाई कर्मचारियों का उत्पीड़न करते है और उनसे अपने घर का भी कार्य करवाते है…
वही इसी क्रम मे नगर निगम पार्षद पर यह भी आरोप लगे है कि वार्ड मे 10 सफाई कर्मचारियों को रखने के लिए बनाई गईं स्वछता समिति मे भी गड़बड़ी की गईं है कागजो पर कर्मचारियों को दिखा कर कई पार्षद द्वारा कम कर्मचारियों को काम पर लगया गया और उनके पैसे डकार लिए गये, वही इस प्रकरण मे राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष भगवत प्रसाद मकवाना का कहना है की सफाई कर्मचारियों का उत्पीड़न किसी भी सूरत मे बर्दास्त नहीं किया जायेगा!
Reported By: Arun Sharma