देहरादून। उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अधिकारियों को कई अहम निर्देश दिए हैं। बुधवार को गढ़ी कैंट स्थित पर्यटन विकास परिषद में आयोजित बैठक में उन्होंने **उत्तराखंड यात्रा विकास प्राधिकरण** के गठन में त्वरित कार्यवाही करने को कहा।
प्रमुख निर्देश:
1. पर्यटन ग्रामों का विकास:
– रुद्रप्रयाग के दूरस्थ गांव ब्यूंखी को पर्यटन ग्राम के रूप में विकसित किया जाए।
– नाथ सर्किट, पांडव सर्किट, विवेकानंद सर्किट, और रविंद्र नाथ टैगोर सर्किट बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए।
2. जीएमवीएन और केएमवीएन का एकीकरण:
– गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) और कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) के एकीकरण में शीघ्रता लाने के निर्देश।
3. धार्मिक और सांस्कृतिक यात्रा आयोजन:
– टनकपुर होते हुए जनकपुर (नेपाल) तक रघुनाथ जी की यात्रा।
– पशुपतिनाथ से त्रियुगीनारायण तक शंकर जी की बारात का आयोजन।
– इन आयोजनों के लिए संस्कृति विभाग के साथ मिलकर तैयारियां करने के निर्देश।
4. मंदिरों का जीर्णोद्धार और विकास:
– मनणामाई मंदिर के स्थलीय विकास की योजना।
– एएसआई (आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) संरक्षित मंदिरों के जीर्णोद्धार और मरम्मत के लिए भारत सरकार से प्रावधानों में शिथिलता की मांग।
– कालीमठ मंदिर की सीढ़ियों को श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक बनाने और व्हीलचेयर की व्यवस्था पर जोर।
5. विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर चर्चा:
– महासू देवता के मास्टर प्लान की समीक्षा।
– विदेश भ्रमण के दौरान नगद राशि की जगह ट्रैवल कार्ड की व्यवस्था।
पर्यटन मंत्री की प्राथमिकता:
मंत्री ने कहा कि इन सभी योजनाओं और प्रोजेक्ट्स से राज्य में पर्यटन को नई दिशा मिलेगी। धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों को विकसित कर पर्यटकों को आकर्षित करने के साथ-साथ स्थानीय रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।
बैठक में पर्यटन सचिव सहित विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
Reported by- Arun Sharma