हरिद्वार स्थित प्रेस क्लब में नारद जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ने राष्ट्रभक्ति, ऑपरेशन सिंदूर और राष्ट्रीय एकता पर अपने विचार प्रकट किए। उन्होंने देवर्षि नारद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें सत्य और समाजहित का प्रेरणास्त्रोत बताया।
कुलपति ने कहा, “राष्ट्र प्रेम सर्वोपरि है। ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रतीक है, जो हमारी सैन्य शक्ति और राष्ट्रीय संकल्प को दर्शाता है।” उन्होंने इस ऑपरेशन की आलोचना करने वालों को राष्ट्रविरोधी करार देते हुए सजग रहने की अपील की। साथ ही तुर्की द्वारा पाकिस्तान के समर्थन की निंदा करते हुए भारत-तुर्की व्यापारिक संबंधों पर पुनर्विचार की बात कही।
उन्होंने पत्रकारों से भी देवर्षि नारद के आदर्शों को अपनाकर सत्य और निष्पक्षता को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। कार्यक्रम में कर्नल (से.नि.) एम.पी. शर्मा, महामंडलेश्वर महंत ललितानंद गिरी, भेल के पूर्व कार्यपालक निदेशक महेंद्र मित्तल समेत कई विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे।
इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद की अंग्रेजी कविताओं के हिंदी रूपांतर “सन्यासी के गीत” का विमोचन किया गया तथा देवी अहिल्याबाई होल्कर पर आधारित ज्ञान प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।
Reported By: Ramesh Khanna