उत्तरकाशी जिलाधिकारी डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट ने पर्यटन विभाग की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने विभिन्न ट्रैक मार्गों एवं अन्य पर्यटक स्थलों के विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए इकोटूरिज्म एवं ट्रैकिंग पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर दिया। ताकि स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन हो सके। जिलाधिकारी ने सरनोल-सरुताल एवं जखोल-देवक्यारा और नचिकेता ताल जैसे पर्यटक स्थलों पर आधारभूत सुविधाओं के विकास एवं ट्रेक मार्ग की मरम्मत,रेन शेल्टर,कैंपिंग शैड आदि निर्माण कार्य तय समय में पूरा करने के निर्देश दिए। ताकि पर्यटकों प्रतिकूल मौसम में इसका लाभ मिल सके। जिलाधिकारी ने नचिकेता ताल ट्रैक मार्ग एवं पाथ वे और अन्य कार्यों के लिए शीघ्र निविदा प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम तक पैदल मार्ग पर वैष्णो देवी मंदिर की तर्ज पर रेन शेल्टर निर्माण हेतु जिला पर्यटन विकास अधिकारी को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर वर्ष चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। इस दृष्टि से भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए यात्रा मार्ग को अधिक सुरक्षित, सुगम एवं पर्यावरण के अनुकूल बनाने के उद्देश्य योजना बनाई जाए। जिलाधिकारी ने ऐतिहासिक व रोमांचक गर्तांग गली को पर्यटन की दृष्टि से और बेहतर बनाने एवं ट्रैक मार्ग के विस्तारीकरण योजना तैयार करने के निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने कहा की जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं है।
अवस्थापना विकास से न केवल पर्यटकों को सुविधा मिलेगी,बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार भी प्राप्त होगा। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि पर्यटन स्थलों को आकर्षक,सुरक्षित एवं पर्यटक-मैत्री बनाते हुए कार्यों को गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूर्ण करना सुनिश्चित करें।
जिला पर्यटन विकास अधिकारी केके जोशी ने पर्यटन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति का ब्यौरा दिया। उन्होंने बताया कि जिले की ट्रैकिंग पर्यटन क्षमता को सशक्त बनाने के लिए ₹50 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं पर कार्य प्रगति पर है।
Reported By: Gopal Nautiyal