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एम्स ऋषिकेश: ओपीडी सेवाओं में सिफर से शिखर तक रचा इतिहास

AIIMS Rishikesh

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वर्ष 2013 में ओपीडी सेवाओं की शुरुआत के साथ एम्स ऋषिकेश ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक मजबूत और विश्वसनीय पहचान बनाई है। शुरुआती दौर में जहां मैनुअली रजिस्टर पर मरीजों का नाम दर्ज कर इलाज होता था, वहीं आज पूरा सिस्टम तकनीक आधारित हो चुका है। मरीज अब घर बैठे ऑनलाइन पंजीकरण और अपॉइंटमेंट ले सकते हैं।

27 मई 2013 को जब एम्स ऋषिकेश में पहली बार ओपीडी सेवाएं शुरू हुईं, तब केवल करीब दर्जन भर विभागों में इलाज होता था। आज 36 से अधिक विभागों की ओपीडी सेवाएं संचालित हो रही हैं, जिनमें सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं भी शामिल हैं। यह उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि हिमाचल, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, बिहार और यहां तक कि नेपाल के मरीजों के लिए भी प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र बन चुका है।

संस्थान के सीटीवीएस विभागाध्यक्ष प्रो. अंशुमान दरबारी बताते हैं कि वर्ष 2017 में ई-हॉस्पिटल सॉफ्टवेयर के लागू होने के बाद पंजीकरण से लेकर इलाज तक की प्रक्रिया आसान और अधिक प्रभावी हो गई। इसका परिणाम यह है कि 12 वर्षों में 56 लाख से अधिक मरीज एम्स ऋषिकेश की ओपीडी सेवाओं से लाभान्वित हो चुके हैं।

तकनीक और सेवा के इस समन्वय ने एम्स ऋषिकेश को उत्तरी भारत के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में स्थापित कर दिया है।

’’ओपीडी सेवाओं के माध्यम से हम राज्य में सबसे अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। शुरूआती पहले वर्ष 2013 में एम्स में 37 हजार 886 रोगी पंजीकृत हुए थे। साल दर साल यह संख्या बढ़ती गयी। वर्ष 2019 में यंहा 8 लाख 65 हजार 333 लोगों ने स्वास्थ्य लाभ उठाया। हांलाकि उसके बाद अगले 2 वर्ष कोविड संक्रमण होने की वजह से ओपीडी सेवाएं बाधित रहीं और रोगियों के आंकड़े भी कम पंजीकृत हुए। वर्ष 2022 से ओपीडी सेवाओं ने फिर जोर पकड़ा और रोगियों की संख्या बढ़ने लगी। पिछले वर्ष 2024 में यहां 7 लाख 42 हजार 963 लोगों ने ओपीडी सेवाओं का लाभ उठाया। वर्ष 2013 से अब तक 12 वर्षों के दौरान एम्स में कुल 56 लाख से अधिक लोग स्वास्थ्य लाभ उठा चुके हैं। ’’
——प्रो. बी. सत्याश्री, चिकित्सा अधीक्षक, एम्स ऋषिकेश

’’संस्थान की ओपीडी सेवाएं रोगी केन्द्रित स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के संस्थान के मिशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हमारे उच्च प्रशिक्षित और विभिन्न विशेषज्ञताओं के अनुभवी डाॅक्टर दैनिक तौर पर हजारों रोगियों को स्वास्थ्य परामर्श और इलाज प्रदान कर रहे हैं। इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ डाॅक्टरों की देखरेख में हम चौबीसों घण्टे ट्राॅमा इमरजेन्सी और मेडिसिन इमरजेन्सी की सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। संस्थान द्वारा संचालित टेलीमेडिसिन ओपीडी सेवाओं के माध्यम से भी लोग स्वास्थ्य परामर्श प्राप्त कर सकते हैं। हमारा उद्देश्य रोगियों को व्यापक और रोगी केन्द्रित स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है।’’
—–प्रो. मीनू सिंह, कार्यकारी निदेशक, एम्स ऋषिकेश

Reported By: Arun Sharma

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