धारचूला,
तहसील के अंतर्गत चौंदास क्षेत्र के लिए बनी तवाघाट- कनच्योति- नारायण आश्रम मोटर मार्ग में सुनपाल के निकट आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त दीवार का लोक निर्माण विभाग पांच माह के बाद भी निर्माण नहीं कर पाई। मार्ग इतना संकरा हो गया है कि कभी भी इस स्थान पर अल्मोड़ा के मारचूला जैसी दुर्घटना घट सकती है।10 हजार की आबादी सरकारी विभागों की लापरवाही का दंश झेल रही है।
चौदास क्षेत्र के लिए बने उक्त मोटर मार्ग में सुनपाल के निकट आपदा के दौरान एक दीवार क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस दीवार के क्षतिग्रस्त होने से मोटर मार्ग इस स्थान पर काफी संकरा हो गया है।
छोटे वाहनों को भी बड़ी मुश्किल से आर – पार किया जा रहा है।
बड़े वाहन इस क्षेत्र में नहीं जा पा रहे है। राशन आदि सामान बड़े वाहनों में ही जाता है। इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि तहसील प्रशासन, जिला प्रशासन तथा लोक निर्माण विभाग के चक्कर काट कर थक चूके है। बजट उपलब्ध करने के लिए एक दूसरे पर आरोप लगाकर सभी अपनी इतिश्री कर रहे है। कहीं से भी इस क्षेत्र के लोगों को न्याय नहीं मिल पा रहा है।
चौंदास के ग्राम पंचायत पांगू, रौगंतो, हिमखोला, छलमा छिलासू, सोसा,सिंर्दाग, रुंग, सिर्खा, कुरिला, न्यांग- पस्ती की 10 हजार की आबादी सरकारी विभागों की इस लापरवाही का खामियाज़ा भुगत रही है।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया,बुंग-बुंग के पूर्व ग्राम प्रधान कुंदन सिंह भंडारी ने आज जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी को इस सड़क की हालात बताते हुए ज्ञापन सौपा। उन्होंने बताया कि लोनिवि के उपखंड धारचूला ने 3.64 लाख का प्रस्ताव आपदा से बजट मांगने हेतु प्रेषित किया है। अभी तक आपदा से कोई बजट जारी नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि मार्ग इतना संकरा बच गया है कि कभी भी यहां कोई भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है।
उन्होंने कहा कि अगर एक सप्ताह के भीतर विभाग ने दीवार निर्माण का कार्य शुरू नहीं किया तो चौंदास क्षेत्र के सोसा गांव में महापंचायत बुलाई जाएगी। उसके बाद आंदोलन शुरू किया जाएगा।
Reported by Arun Sharma