केदारनाथ उपचुनाव को लेकर कांग्रेस के भीतर बड़ा विवाद उभर आया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा और उपचुनाव पर्यवेक्षक गणेश गोदियाल के बीच उम्मीदवारों को लेकर मतभेद सामने आए हैं।
विवाद तब बढ़ा जब उपचुनाव पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट सीधे प्रदेश प्रभारी को सौंप दी, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा को इसकी जानकारी तक नहीं दी गई। माहरा ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि रिपोर्ट सबसे पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी को दी जानी चाहिए थी।
गणेश गोदियाल का पक्ष है कि उन्हें प्रदेश प्रभारी ने पर्यवेक्षक नियुक्त किया था, इसलिए उन्होंने अपनी रिपोर्ट सीधे उन्हीं को सौंपी। इस मतभेद के चलते माहरा, केदारनाथ में आयोजित बैठकों में भी शामिल नहीं हुए, जिससे दोनों नेताओं के बीच खींचतान और गहरा गई है।
इस विवाद ने कांग्रेस के भीतर स्थिति को तनावपूर्ण बना दिया है, और अब यह आंतरिक कलह खुलकर सामने आ गई है। पार्टी नेतृत्व के बीच यह टकराव उपचुनाव के लिए रणनीति और नेतृत्व पर असर डाल सकता है।
माना जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान इस मामले में जल्द ही संज्ञान लेकर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कदम उठा सकता है, ताकि चुनावी तैयारियों में कोई बाधा न आए।
Reported by- Arun Sharma