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प्राकृतिक जल संसाधनों का समृद्ध भंडार है उत्तराखंड: विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण

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देहरादून: उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (UCOST) के 19वें राज्य स्तरीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सम्मेलन का समापन दून विश्वविद्यालय परिसर में संपन्न हुआ। समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने प्रतिभाग किया और उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित किया।

सम्मेलन का मुख्य विषय और उद्देश्य

इस वर्ष सम्मेलन का मुख्य विषय ‘उत्तराखंड में जल और प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन’ था। दो दिवसीय कार्यक्रम में 300 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए और महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा की गई। सम्मेलन का उद्देश्य राज्य में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और नवाचार को जन-जन तक पहुंचाना था।

डॉ. जगदीश चंद्र बसु को श्रद्धांजलि

विधानसभा अध्यक्ष ने महान वैज्ञानिक डॉ. जगदीश चंद्र बसु को उनकी जयंती पर नमन करते हुए कहा कि उन्होंने रेडियो और सूक्ष्म तरंगों की प्रकाशिकी में अद्वितीय योगदान दिया है। उनके अनुसंधान ने न केवल भारतीय विज्ञान को नई दिशा दी, बल्कि वैश्विक स्तर पर विज्ञान को एक नया दृष्टिकोण प्रदान किया।

UCOST की उपलब्धियां और प्रयास

श्रीमती खंडूड़ी ने राज्य में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए UCOST के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने उल्लेख किया कि:

  • साइंस सिटी: देहरादून में देश की पांचवीं साइंस सिटी का निर्माण राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
  • STEM लैब्स और साइंस इनोवेशन सेंटर: हर जिले में लैब्स ऑन व्हील्स और विकासखंड स्तर पर STEM लैब्स के माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी का प्रसार किया जा रहा है।
  • बालिकाओं के लिए विशेष प्रयास: बालिकाओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) के क्षेत्रों में प्रोत्साहित करने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

सिलक्यारा टनल बचाव अभियान की सराहना

अध्यक्ष ने सिलक्यारा टनल बचाव अभियान की सफलता को राज्य के आपदा प्रबंधन की मिसाल बताया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में 41 श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के प्रयासों की प्रशंसा की गई।

सम्मेलन में पुरस्कार वितरण

समापन सत्र में अध्यक्ष ने सम्मेलन से संबंधित विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार भी वितरित किए।

विशेष उपस्थिति

कार्यक्रम में दून विश्वविद्यालय की कुलपति सुरेखा डंगवाल, UCOST के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत, आयोजन सचिव डॉ. डी.पी. उनियाल, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

नवाचार को बढ़ावा देने का वादा

विधानसभा अध्यक्ष ने विश्वास व्यक्त किया कि यह सम्मेलन राज्य के विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं और शिक्षकों के लिए लाभप्रद सिद्ध होगा और उत्तराखंड के प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन में नई दिशा प्रदान करेगा।

 

-Crime Patrol

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