राज्यसभा सदस्य और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने उत्तराखंड में मानव वन्यजीव संघर्ष से होने वाली जनहानि का मुद्दा सदन में उठाया। उन्होंने केंद्र से नरभक्षी जानवरों के शीघ्र उन्मूलन के लिए नियमों में सुधार की मांग की। भट्ट ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में 161 लोग वन्यजीवों के हमले में जान गंवा चुके हैं, जिसमें तेंदुए, हाथी, बाघ और भालू जैसे जानवर शामिल हैं।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने जवाब में कहा कि वन्यजीव अधिनियम के तहत शेड्यूल 1 के जानवरों के उन्मूलन के लिए वन्यजीव अधिकारियों को अनुमति दी जाती है, जबकि अन्य प्रजातियों के लिए अनुमति को नीचे स्थानांतरित किया जा सकता है। उन्होंने उत्तराखंड में रेस्क्यू सेंटरों की संख्या बढ़ाने पर विचार करने की बात भी की।
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव
Reported By: Arun Sharma