हरिद्वार के अपर रोड पर गणेश विसर्जन यात्रा के दौरान एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जहां शोभायात्रा में शामिल एक घोड़े की दर्दनाक मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घोड़े के गले में बंधी रस्सी अत्यधिक कस जाने के कारण उसका दम घुट गया और उसने वहीं सड़क पर दम तोड़ दिया।
यह घटना एक बार फिर शोभायात्राओं और धार्मिक आयोजनों में जानवरों के साथ होने वाले अत्याचारों की ओर इशारा करती है। बेजुबान जानवरों पर भारी बोझ डालना, तेज बैंडबाजे के शोर से उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान करना जैसी घटनाएं आम हो चुकी हैं। दुर्भाग्यवश, प्रशासन और आयोजनकर्ताओं का इस मुद्दे पर ध्यान नहीं जाता है।
गणेश विसर्जन, रामलीलाओं और अन्य धार्मिक आयोजनों में जानवरों का इस्तेमाल अक्सर बिना सोचे-समझे किया जाता है, जिससे उनकी जान जोखिम में पड़ जाती है। जानवरों के साथ इस तरह की क्रूरता पर कोई सख्त कदम नहीं उठाए जाने से उनकी दुर्दशा लगातार बढ़ती जा रही है।
समाज और प्रशासन दोनों को इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और बेजुबान जानवरों को राहत मिल सके।
Report by- Rajesh Khanna