उत्तर प्रदेश— विदेशों में अक्सर अजीबोगरीब घटनाएं सुनने को मिलती हैं, लेकिन इस बार यूपी में ऐसी घटना घटी जिसने सभी को चौंका दिया। 13 साल पहले दिवंगत हो चुके किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत को गिरफ्तार करने के लिए यूपी पुलिस उनके घर पहुँच गई। दरअसल, 17 साल पुराने एक मामले में जाम लगाने के आरोप में टिकैत समेत 10 अन्य व्यक्तियों के खिलाफ कोर्ट में पेश न होने पर एसीजेएम कोर्ट ने गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया था।
यह वारंट पुलिस तक पहुँचने के बाद, बिना कोई जाँच-पड़ताल किए, पुलिस टीम टिकैत को गिरफ्तार करने उनके घर पहुँच गई। पुलिस के पास न तो यह जानकारी थी कि महेंद्र सिंह टिकैत का निधन 13 साल पहले हो चुका है और न ही कांधला पुलिस ने इस संबंध में कोई मृत्यु प्रमाण पत्र अदालत में दाखिल किया था।
पुलिस की इस कार्रवाई ने सभी को हैरान कर दिया। जब यह स्पष्ट हुआ कि महेंद्र सिंह टिकैत का निधन हो चुका है, पुलिस को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने कहा कि अब अदालत में टिकैत का मृत्यु प्रमाण पत्र दाखिल करने की तैयारी की जा रही है।
इस घटना ने न्याय प्रणाली और पुलिस की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और सतर्कता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।