पिथौरागढ़, जो हिमालय की गोद में बसा है, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्ता के लिए जाना जाता है। नेपाल की सीमाओं से सटा यह शहर, राजसी पहाड़ियों और हरे-भरे मैदानों के बीच स्थित, न केवल प्राकृतिक आकर्षण का केंद्र है, बल्कि इसका ऐतिहासिक और प्रशासनिक महत्व भी अद्वितीय है।
1981 में वीपी सिंह की ऐतिहासिक समीक्षा यात्रा
1981 में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह ने पिथौरागढ़ में प्रशासनिक सुधारों और स्थानीय समस्याओं की गहराई से समीक्षा की। यह यात्रा पिथौरागढ़ के इतिहास में मील का पत्थर साबित हुई। कलेक्ट्रेट में आयोजित 24 घंटे की लंबी समीक्षा बैठक, प्रशासनिक समर्पण और समाधान-केन्द्रित सोच का अद्वितीय उदाहरण थी।
समीक्षा बैठक का संचालन प्रभारी जिलाधिकारी चंद्र सिंह ने किया। बैठक में सभी विभागीय अधिकारियों ने अपनी समस्याएं और सुझाव प्रस्तुत किए। यह पहल न केवल प्रशासनिक जड़ताओं को उजागर करने का माध्यम बनी, बल्कि पिथौरागढ़ में प्रशासनिक सुधार और विकास की दिशा में नए आयाम स्थापित किए।
पिथौरागढ़ का आधुनिक विकास
1960 में जिले की स्थापना के बाद, पिथौरागढ़ में बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास हुआ। नैनी-सैनी हवाई पट्टी, सैन्य ब्रिगेड मुख्यालय और अन्य सरकारी विभागों की स्थापना ने क्षेत्र को रणनीतिक और आर्थिक दृष्टि से मजबूत बनाया। पिछले कुछ दशकों में पिथौरागढ़ अल्मोड़ा को विकास के विभिन्न क्षेत्रों में पीछे छोड़ते हुए एक उभरते केंद्र के रूप में स्थापित हुआ है।
प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर
पिथौरागढ़ का आकर्षण उसकी शांत और प्राकृतिक सुंदरता में निहित है। इसके निवासी पहाड़ों की जीवनशैली और पर्यावरणीय शांति को शहरी जीवन की हलचल पर प्राथमिकता देते हैं। यह स्थान न केवल हिमालय की सुरम्यता का आनंद लेने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि सांस्कृतिक समृद्धि का अनुभव करने का भी माध्यम है।
दीपक चुफाल और तनुजा पोखरिया का विवाह
22 नवंबर 2024 को पिथौरागढ़ ने एक और खास घटना देखी, जब पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल के पुत्र एडवोकेट दीपक चुफाल का विवाह एसोसिएट प्रोफेसर तनुजा पोखरिया के साथ हुआ। यह विवाह न केवल एक सामाजिक आयोजन था, बल्कि धैर्य, समर्पण और प्रेम की परीक्षा का प्रतीक भी था।
तनुजा, जो पिथौरागढ़ के सोबन सिंह जीना परिसर में भूगोल की प्रोफेसर हैं, और दीपक ने एक दशक लंबे इंतजार के बाद विवाह के बंधन में बंधकर इस बात को प्रमाणित किया कि सच्चा प्रेम समय की हर परीक्षा को पार कर सकता है।
शीशपाल गुसाईं का अनुभव
वरिष्ठ पत्रकार शीशपाल गुसाईं की यह विशेष रिपोर्ट पिथौरागढ़ की प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक महत्ता और सामाजिक संस्कृति को समझने का एक दुर्लभ अवसर प्रदान करती है। पिथौरागढ़ का हर कोना अपने इतिहास, परंपराओं और प्राकृतिक भव्यता के माध्यम से अनूठी कहानी कहता है।
पिथौरागढ़: न केवल एक पर्यटन स्थल है, बल्कि यह अपने विकास, प्रशासनिक योगदान और मानवीय मूल्यों के लिए भी जाना जाता है। यह वास्तव में एक पहाड़ी स्वर्ग है।
Reported by: Seeshpal Gusain