ऋषिकेश: Shri Hemkund Sahib Yatra गुरुद्वारा श्री हेमकुंठ साहिब यात्रा के लिए बुधवार को ऋषिकेश स्थित गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब प्रबंधन समिति की ओर से श्रद्धांलुओं का पहला जत्था रवाना किया गया है। मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
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निशान साहिब को चढ़ाया
गोपेश्वर: हेमकुंड साहिब व लोकपाल लक्ष्मण मंदिर की यात्रा व्यवस्थाएं पूरी कर दी गई हैं। हेमकुंड साहिब में निशान साहिब को चढ़ा दिया गया है। हेमकुंड साहिब व लोकपाल लक्ष्मण मंदिर को फूलों से सजाने का काम भी शुरु हो गया है।
हेमकुंड साहिब व लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुलने के लिए सिर्फ तीन दिन शेष बचे हैं। हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खुल रहे हैं। 24 मई को गोविंदघाट से पंचप्यारों के नेतृत्व में जत्था रवाना होगी। यात्रा मार्ग पर कपाट खुलने की तैयारी पूरी हो चुकी है।
15 लंगर व 25 सेवादार की टीम हेमकुंड साहिब पहुंची
हेमकुंड साहिब में यात्रा शुरु होने से पूर्व धार्मिक रस्म निशान साहिब को चढ़ा दिया गया है। निशान साहिब चढ़ाने के साथ हेमकुंड में गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट द्वारा तीन ग्रंथी, 15 लंगर व 25 सेवादार की टीम हेमकुंड साहिब पहुंच चुकी है। कपाट खुलने के उत्सव को यादगार बनाने के लिए पांच कुंतल गेंदे, गुलाब सहित अन्य प्रजाति के फूलों से सजाया जा रहा है। इसके अलावा 15 कुंतल आर्टिफिशियल फूलों से सजाया जा रहा है।
सेना ने हेमकुंड साहिब (Shri Hemkund Sahib Yatra) में लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के परिक्रमा स्थल से भी बर्फ साफ कर दी है। साथ ही हेमकुंड आवाजाही के लिए सीढ़ी मार्ग व खच्चर मार्ग को भी सुचारु कर दिया गया है। अटलाकोटी हिमखंड में आवाजाही के लिए दो अलग-अलग मार्ग बनाए गए हैं। यहां पर हिमखंड को खतरे को देखते हुए पांच एनडीआरएफ के जवान तैनात किए जाएंगे व पांच जवान हेमकुंड साहिब में तैनात रहेंगे।
हेमकुंड यात्रा मार्ग पर गोविंदघाट से घांघरिया व घांघरिया से गाेविंदघाट तक दो बजे तक यात्रियों की आवाजाही रहेगी। इसके अलावा घांघरिया से हेमकुंड क्षेत्र में 11 बजे तक हेमकुंड जा सकेंगे। हेमकुंड यात्रा मार्ग पर अटलकोटी से हेमकुंड तक दो किमी क्षेत्र में एसडीआरएफ की देखरेख में यात्रियों की आवाजाही होगी। इस बार एसडीआरएफ के जवान स्थाई रूप से हेमकुंड में निवास करेंगे। यात्रियों को दो किमी क्षेत्र में बर्फ के बीच आवाजाही करनी होगी।
घोडे़ खच्चरों का पंजीकरण शुरु
बर्फ में आवाजाही के दौरान यात्रियों को सावधानी बरतने की भी जरुरत है। घोडे़ खच्चरों का पंजीकरण शुरु कर दिया गया है। ईडीसी द्वारा पांच सौ घोड़ोंं खच्चरों का पंजीकरण किया जा चुका है। घोडे़, खच्चर से फिलहाल आवाजाही अटलाकोटी हिमखंड तक ही होगी। घांघरिया में दो व हेमकुंड के लिए एक चिकित्सक स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए पहुंच चुके हैं। इसके अलावा सरकारी चिकित्सालय घांघरिया में चिकित्सा स्टाफ रवाना हो गए हैं।
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