उत्तराखंड में ग़ज़ब हाल बा… जिला अधिकारी साहब… आबकारी आयुक्त से पूछ रहे हैं कि उन्होंने किस आधार पर शराब की दुकान खोलने पर स्टे दे दिया… ये सब उत्तराखंड में हो सकता है बाकी और प्रदेशों में नहीं अब सवाल ये है कि जिलाधिकारी बड़े हैं ओर उनके अधिकार ज्यादा हैं… या फिर आबकारी आयुक्त हरिश्चंद्र सेमवाल के अधिकार…?
वैसे इन दोनों के बीच चल रही इस पंगेबाजी की चर्चा अधिकारियों के साथ-साथ राजनीतिक गलियारों में भी बहुत ही मजे के साथ सुर्खियां बटोर रही हैं…..
वाकई विपक्ष सही बोलता है…
की प्रदेश में ब्यूरोक्रेसी हावी है और उसके सामने सब पंगु..
वैसे ये मामला सरकार की फजियत भी कर रहा है..
विपक्ष कह रहा है कि सरकार इस मामले में क्यों हस्तक्षेप नहीं करती..
आखिर सरकार क्यों चुप है..
और अधिकारी हैं कि आपस में एक दूसरे को औकात दिखा रहे हैं…
Reported by- Ramesh Khanna Haridwar