देहरादून,
राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी और राज्य कैंसर संस्थान हल्द्वानी में विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति से शैक्षणिक और चिकित्सा सेवाओं में व्यापक सुधार की उम्मीद है। उत्तराखंड सरकार ने संविदा के आधार पर 11 नए फैकल्टी सदस्यों की नियुक्ति को मंजूरी दी है, जिससे एमबीबीएस छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण और मरीजों को उच्च गुणवत्ता का इलाज मिलेगा।
मुख्य नियुक्तियां और विवरण
हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता वाली साक्षात्कार कमेटी ने वॉक-इन-इंटरव्यू के माध्यम से इन विशेषज्ञों का चयन किया। नियुक्त विशेषज्ञ चिकित्सकों में शामिल हैं:
- आब्स एंड गायनी: डॉ. महिमा रानी (प्रोफेसर), डॉ. सुरभि गुप्ता (एसोसिएट प्रोफेसर), डॉ. जूही चॉदना (असिस्टेंट प्रोफेसर)
- ईएनटी: डॉ. शिवानी गुप्ता (असिस्टेंट प्रोफेसर)
- पैथोलॉजी: डॉ. प्रिया बी
- आर्थोपेडिक्स: डॉ. कृष्ण देव सिंह यादव
- बायोकैमिस्ट्री: डॉ. रविता कुमारी
- जनरल मेडिसिन: डॉ. जहीन इलियास और डॉ. स्वाति चमोली
- रेडियोडायग्नोसिस: डॉ. प्रगति वर्मा
- रेडिएशन फिजिक्स/मेडिकल फिजिसिस्ट: डॉ. नागेंद्र सिंह राव
इनकी नियुक्ति आगामी तीन वर्षों या पदों पर नियमित नियुक्ति तक, जो भी पहले हो, के लिए की गई है।
सरकार का प्रयास
चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा, “सरकार का उद्देश्य मेडिकल कॉलेजों में शत-प्रतिशत फैकल्टी की तैनाती सुनिश्चित करना है। हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज और राज्य कैंसर संस्थान में विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
फायदे
- शैक्षणिक सुधार: एमबीबीएस छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रशिक्षण मिलेगा।
- चिकित्सा सेवाएं: अस्पताल में मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा।
- संस्थान की दक्षता: कैंसर संस्थान और मेडिकल कॉलेज की कार्यक्षमता में बढ़ोतरी होगी।
इस नियुक्ति से संस्थानों की शैक्षणिक गतिविधियों को नई गति मिलने की संभावना है, जिससे उत्तराखंड के चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा।
–Crime Patrol