डीजीपी उत्तराखंड, श्री दीपम सेठ ने पुलिस मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में यह चेक स्वर्गीय कान्ता थापा के बच्चों, करिष्का मोहन थापा और परिचय थापा को सौंपा। इस अवसर पर डीजीपी ने बच्चों की शिक्षा, जॉब, और आवास से संबंधित आवश्यकताओं का जायजा लिया और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिया।
कर्तव्यपालन के दौरान हुआ था असामयिक निधन
स्वर्गीय कान्ता थापा का निधन 20 जुलाई, 2024 को कांवड़ मेला ड्यूटी के दौरान एक सड़क दुर्घटना में हुआ था। यह हादसा हरिद्वार बाईपास रोड, देहरादून पर हुआ, जब वह अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही थीं।
परिवार को मिला विभागीय समर्थन
डीजीपी श्री सेठ ने थापा परिवार को संवेदनाएं व्यक्त करते हुए उनके योगदान को याद किया। उन्होंने पुलिस अधीक्षक, उत्तरकाशी को निर्देश दिए कि परिवार को मिलने वाली पारिवारिक पेंशन और अन्य वित्तीय मामलों का शीघ्र निपटारा किया जाए।
PNB ने निभाई सामाजिक जिम्मेदारी
इस अवसर पर पंजाब नेशनल बैंक के जनरल मैनेजर श्री सच्चिदानंद दुबे भी मौजूद रहे। उन्होंने दुर्घटना बीमा योजना के तहत 1 करोड़ रुपये का चेक डीजीपी की उपस्थिति में थापा परिवार को सौंपा। डीजीपी ने PNB की इस पहल की सराहना करते हुए उनके अधिकारियों को धन्यवाद दिया।
कल्याण योजनाओं पर जोर
डीजीपी ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस अपने कर्मियों और उनके परिजनों के कल्याण और सुरक्षा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हमारा नैतिक दायित्व है कि हर पुलिसकर्मी और उनके परिवार को सम्मान और समर्थन मिले।”
यह कदम पुलिस विभाग और बैंक के सामूहिक प्रयासों से उत्तराखंड पुलिस के कर्मचारियों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
-Reported By : Rajesh Kumar