उत्तराखंड वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर द्वारा इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि कुछ समय पूर्व आई4सी के पोर्टल पर एक शिकायत मिली थी कि अमेरिका में अध्ययनरत तमिलनाडू के एक छात्र के साथ रुपए के बदले डॉलर देने के मामले में उससे 70 हजार की धोखाधड़ी की गई है। जिसकी शिकायत उस छात्र के भारतीय परिजनों द्वारा डायल 1930 साईबर पोर्टल पर दर्ज कराई गई। जिसका संज्ञान उत्तराखण्ड एसटीएफ द्वारा लिया गया और उस छात्र से अमेरिका में सम्पर्क साधा गया तो उस छात्र द्वारा बताया गया कि उसको अमेरिका में किसी व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से एक नंबर प्राप्त हुआ था जिसने उसे बताया था कि वह भारतीय रुपयों को आसानी से ऑनलाइन ही डॉलर में उपलब्ध करा सकता है, इस पर साइबर ठग द्वारा पहले 01 डॉलर की धनराशि को उस छात्र के अमेरिका के खाते में आसानी से जमा कर दिया, जिससे उसे यकीन हो गया कि रुपए के बदले डॉलर आसानी से ऑनलाइन मिल जाएंगे । इस पर उस छात्र द्वारा 70,000 रुपए की धनराशि को डॉलर में उपलब्ध कराने के लिये साईबर ठग को ऑनलाइन दिया गया तो कोई भी धनराशि डॉलर में उसे प्राप्त नहीं हुईं और साइबर ठग द्वारा द्वारा अपना फोन बंद कर दिया गया।
इस शिकायत का संज्ञान लेकर एसटीएफ उत्तराखंड द्वारा अपनी टीम को इस मामले की जांच करने निर्देश दिये गये और इस शिकायत की जांच शुरू की गयी तो इस जांच के दौरान प्रकाश में आये विभिन्न मोबाईल नम्बरों के डेटा का विष्लेशण और प्रकाश में आये संदिग्ध बैंक एकाउंटस के लेन देन का विवरण चैक किया गया तो पाया कि इन संदिग्ध बैंक खातों में देशभर के अन्य राज्यों से अलग अलग लोंगो के बैंक एकाउन्ट से पैसा गिरोह के खातो में निरन्तर स्थानान्तरित किया जा रहा था। एक ही खाते में एक माह में करीब 35 करोड़ रूपये का लेन देन पाया गया। प्रथम दृष्टया एसटीएफ को बैंक ऑफ महाराष्ट्र में खोले गये 06 बैंक खातों की जानकारी प्राप्त हुयी, जिन पर एसटीएफ द्वारा अपनी जांच को केन्द्रित किया गया और जांच से प्रकाश में आया कि इस गिरोह के कुछ सदस्य देहरादून के थाना क्लेमेन्टाउन क्षेत्र में सक्रिय हैं। जिस पर एसटीएफ द्वारा गिरोह के सदस्यों की जानकारी करने के लिये स्थानीय स्तर पर गोपनीय जानकारी जुटायी गयी तो पता चला कि थाना क्लेमटाउन क्षेत्र में होम मेड किचन के नाम के रेस्टोरेन्ट में यह गिरोह सक्रिय रहकर काम करता है। जिस पर एसटीएफ की टीम द्वारा छापा मारकर 02 अभियुक्तों को गिरप्तार किया गया है उनसे 1,50,000 रूपये, 01 एचपी कम्पनी का लैपटाप, 07 मोबाईल फोन मय 14 सिम कार्ड , 03 अदद प्रयोग किये गये सिम के खाली रैपर, 02 प्री एक्टिवेटिड सिम, 37 भिन्न भिन्न बैंक डेबिट/क्रेडिट कार्ड, बैंक पासबुक,चैक बुक, 01 हिसाब की डायरी बरामद की गयी है। अब तक कितने लोगों के साथ इस प्रकार की धोखाधड़ी की गयी है इसकी जानकारी के लिये एसटीएफ की टीम द्वारा आगे की जानकारी जुटायी जा रही है।