ब्यूरो: उत्तरकाशी से जहां यमुनोत्री हाईवे के चौड़ीकरण के कारण सड़क के किनारे पहाड़ी पर झूलते औ जर्जर पेड़ हादसों को न्योता दे रहे हैं। वन विभाग की ओर से छपान के बाद भी इनके कटान के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। जबकि गत वर्ष बरसात के दौरान जर्जर पेड़ टूटने से भी यात्रा के दौरान घटनाएं हो चुकी हैं।
यमुनोत्री हाईवे पर दोबाटा, छटांगा से खरादी, सरुखेत कस्बे में होटल, ढाबों और कस्बों के ऊपर जर्जर चीड़ के पेड़ों से खतरा बना हुआ है।
गत वर्ष खरादी में आंधी-तूफान के दौरान वहां एक होटल के ऊपर गिरे एक पेड़ की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई थी। गत दिनों निर्माणाधीन होटल के पास पेड़ गिरने से मजदूर बाल-बाल बचे।
तो वहीं बड़कोट फायर यूनिट व SDRF सहित स्थानीय पुलिस ने गिरे पड़े पेड़ो को भारी बारिश में कटर से काट कर उन्हें हटाया । और हाइवे पर एक घंटे से फंसे यात्रियों के लिए रास्ता साफ किया।
पेड़ हटने के बाद फंसे यात्रियों ने जिला प्रशासन व स्थानीय पुलिस का शुक्रिया अदा कर के अपने गंतव्य को रवाना हो गए।
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