देहरादून, 6 दिसंबर। भाजपा प्रदेश प्रभारी एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री दुष्यंत गौतम ने विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल देश को जातिवाद और तुष्टिकरण की राजनीति में उलझाकर खंडित करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संसद, संविधान और संवैधानिक संस्थाओं के प्रति विपक्ष का रवैया गैरजिम्मेदाराना है।
“संसद चलने नहीं दे रहे, संवैधानिक संस्थाओं का अपमान कर रहे हैं”
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री गौतम ने कहा, “संविधान, न्यायपालिका, मीडिया और जनता—इन सभी पर हमला करना विपक्ष की रणनीति का हिस्सा है। यह उनके संस्कारों और विचारधारा में है। कांग्रेस पार्टी संवैधानिक संस्थाओं का निरंतर अपमान करती आ रही है, और जब इन्हें जवाब मिलता है, तो यह अपनी ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ की मानसिकता दिखाने लगती है।”
उन्होंने विपक्ष पर संसद को बाधित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश के सामने कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन पर चर्चा आवश्यक है। लेकिन विपक्ष केवल अपनी राजनीति चमकाने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि संसद सत्रों को बाधित करना और जनता की मेहनत की कमाई का दुरुपयोग करना विपक्ष की आदत बन चुकी है।
“संभल जाने की होड़, शांति व्यवस्था पर साजिश”
उत्तर प्रदेश के संभल जाने को लेकर विपक्ष पर निशाना साधते हुए श्री गौतम ने कहा, “जो संसद चलने नहीं दे रहे, वे अब संभल जाने की होड़ में लगे हैं। यह दौड़ नहीं, बल्कि पत्थरबाज वोटरों को अपने पक्ष में करने की होड़ है। कांग्रेस और विपक्ष समाज में शांति और सद्भावना को बिगाड़ने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता जहां-जहां जाते हैं, वहां अशांति फैलाते हैं। मणिपुर का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने मणिपुर में भी शांति भंग करने का काम किया। अब जब संभल में स्थिति सामान्य हो रही है, तो यह उन्हें बर्दाश्त नहीं हो रहा है।”
“वोट बैंक की राजनीति में उलझा विपक्ष”
श्री गौतम ने कहा कि विपक्ष को न संविधान की चिंता है, न संसद की, और न ही देश की जनता की। “इनकी प्राथमिकता सिर्फ अल्पसंख्यक वोट बैंक बचाना है। ये न यूपी के बहराइच में जाएंगे, न बंगाल में, और न ही कर्नाटक या राजस्थान में। इन्हें समाज में शांति और सद्भाव की परवाह नहीं, बस पत्थरबाजों को कोई तकलीफ न हो, यही इनकी सोच है।”
“देश की चुनौतियों पर चर्चा के लिए गंभीरता आवश्यक”
श्री गौतम ने विपक्ष को सलाह दी कि वे राजनीति छोड़कर देशहित के मुद्दों पर चर्चा करें। उन्होंने कहा, “अगर विपक्ष के पास कोई समाधान या सुझाव है, तो उन्हें संसद में लाना चाहिए। देश के सामने अनेकों चुनौतियां हैं, और इनसे निपटने के लिए एकजुटता की जरूरत है।”
भाजपा नेता के इस बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। विपक्ष की तरफ से इस पर प्रतिक्रिया आनी बाकी है, लेकिन श्री गौतम के बयान ने एक बार फिर से कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को निशाने पर ले लिया है।
Reported by : Arun Sharma