ऋषिकेश,
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन.एच.एम.) की मिशन निदेशक स्वाति एस. भदौरिया ने गुरुवार को एम्स ऋषिकेश में स्थापित ‘सेन्टर फॉर एडवांस्ड पीडियाट्रिक’ (सीएपी) का निरीक्षण किया। इस दौरान संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने उन्हें केंद्र से संचालित स्वास्थ्य योजनाओं और बाल चिकित्सा सेवाओं की जानकारी दी।
42 बेड वाले एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर की विशेषताएं:
- यह केंद्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से संचालित है।
- यहां एक माह से लेकर 14 वर्ष तक के बच्चों का इलाज किया जाता है, विशेषकर गंभीर बीमारियों से पीड़ित बच्चों का।
- केंद्र में जनरल वार्ड, पीडियाट्रिक आईसीयू, और हाई-डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू) जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।
निरीक्षण की मुख्य बातें:
स्वाति भदौरिया ने वार्ड का दौरा कर भर्ती बाल रोगियों और उनके परिजनों से बातचीत की।
- उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य और इलाज से संबंधित व्यवस्थाओं की जानकारी ली।
- वर्तमान में केंद्र में 12 बच्चों का इलाज चल रहा है।
संस्थान की योजनाएं और उद्देश्य:
प्रो. मीनू सिंह ने बताया कि संस्थान का उद्देश्य है कि बाल रोगियों को सभी प्रकार की चिकित्सा सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध हों।
- इसके लिए स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और आवश्यक स्टाफ की तैनाती पर काम किया जा रहा है।
एम्स ऋषिकेश का यह केंद्र बाल चिकित्सा सेवाओं में उन्नत स्तर की चिकित्सा और देखभाल प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
-Crime Patrol