उत्तराखंड में आगामी निकाय चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी रणनीति तैयार करना शुरू कर दिया है। पार्टी प्रदेश कार्यालय में सभी जिलों के जिलाध्यक्षों से प्रत्याशियों के नामों पर फीडबैक ले रही है। यह प्रक्रिया चुनावी तैयारियों को गति देने के लिए की जा रही है, ताकि पार्टी अपने उम्मीदवारों को लेकर पूरी तरह से तैयार हो सके।
बीजेपी ने आज प्रदेश कार्यालय में सभी जिलों के जिलाध्यक्षों को बुलाकर, नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत के प्रत्याशियों के चयन पर चर्चा की। जिलाध्यक्षों से प्रत्याशी चयन को लेकर गहन चर्चा की जा रही है, और उनकी राय के आधार पर दावेदारों की सूची शॉर्टलिस्ट की जाएगी। पार्टी की योजना पब्लिक सर्वे के आधार पर भी प्रत्याशियों का चयन करने की है, ताकि जनता की राय भी इस प्रक्रिया में शामिल हो सके।
यह बैठक शाम 7 बजे तक जारी रहेगी, जिसमें प्रत्येक जिले से प्रत्याशियों के नामों पर फीडबैक लिया जा रहा है। जिलाध्यक्षों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में संभावित उम्मीदवारों की पहचान करें और उनकी क्षमता, कार्यकुशलता और जनता के बीच प्रभाव के आधार पर फीडबैक दें।
बीजेपी के लिए निकाय चुनाव खासा महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह स्थानीय स्तर पर पार्टी के जनाधार को मजबूत करने का एक बड़ा मौका है। पार्टी के भीतर यह माना जा रहा है कि सही उम्मीदवारों के चयन से ही पार्टी की स्थिति और पकड़ जनता के बीच मजबूत हो सकती है।
आने वाले दिनों में, पार्टी अपने चयनित दावेदारों की सूची जारी करेगी और इसके बाद चुनावी प्रचार की रणनीतियों पर भी काम तेज कर दिया जाएगा। भाजपा की यह पहल यह दिखाती है कि वह चुनावी मैदान में पूरी तैयारी के साथ उतरेगी और स्थानीय मुद्दों पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान देने की योजना बनाएगी।