Farmer Protest 2024 : किसानों के दिल्ली कूच का एलान दिनभर टकराव के बावजूद भले ही सिरे न चढ़ा हो, लेकिन किसानों की तैयारी से पुलिस ने सबक जरूर लिया। पुलिस को जैसे ही किसानों के पोकलेन और जेसीबी से लैस होकर आने की सूचना मिली तो उन्होंने भी बॉर्डर पर किसानों के सामने पोकलेन और जेसीबी खड़ी कर दी।
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पुलिस के प्रहारों का तोड़ और खुद के बचाव के लिए किसानों के जुगाड़ देख हर कोई हैरान था। लोहे की चादर लेकर तो कोई तस्ले पर कुंडा लगाकर उसे अपनी ढाल बनाकर चलता नजर आया, जिससे कि रबड़ की गोलियों और आंसू गैस के गोलों का कुछ असर न पड़ सके। इसी तरह से कुछ किसान अपनी ट्रॉली का हिस्सा शॉकर से ऊपर उठाकर अपना बचाव करते हुए नजर आए।
आंसू गैस के गोलों के धमाके का जवाब देने के लिए मल्टी शॉट पटाखे इस्तेमाल
पुलिस के फेंके आंसू गैस के गोलों के धमाके का जवाब देने और ड्रोन को हमले के लिए मल्टी शॉट पटाखे इस्तेमाल करते दिखे। बुधवार सुबह तो किसान दिल्ली कूच की तैयारियों के चलते मिट्टी के सेकड़ों कट्टों को बॉर्डर पर जमा करने के साथ-साथ अन्य तैयारी करते दिखे और कोई टकराव नहीं था।
ठीक 11 बजते ही जैसे ही युवाओं ने बॉर्डर के करीब आने का प्रयास किया तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। हालांकि पुलिस का कहना था कि उन पर पथराव हुआ था तो उसका जवाब था। उसके बाद ड्रोन से भी हमले कर भीड़ को खदेड़ना शुरू कर दिया था।
दूसरी बार में जैसे ही किसानों ने पंतगों का जाल बिछाया तो पुलिस ड्रोन को गुपचुप तरीके से पेड़ों की आड़ में लाकर हमले करने लगी। कुछ हमलों के बाद पुलिस ने ड्रोन पतंगों के बीच से निकालते हुए पंजाब की सीमा में एक के बाद एक गोले दागे ताकि किसानों की भीड़ को खदेड़ा जा सके।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी की मांग को लेकर आठ दिनों से शंभू और खनौरी-दातासिंह वाला बॉर्डर डटे किसानों ने बुधवार सुबह दिल्ली कूच का प्रयास किया। जवाब में हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने आंसू गैस के गोले बरसाए और रबड़ की गोलियां भी चलाईं। इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। दो किसान गोली लगने से जख्मी हो गए, जिनमें से बठिंडा के गांव बल्लोंके के युवा शुभकरण (23) की मौत हो गई, जबकि दूसरे किसान संगरूर के नवांगांव के प्रीत पाल सिंह को भी गंभीर चोट आई है। उसे रोहतक पीजीआई में भर्ती किया गया है।
नौ किसान शंभू बॉर्डर और 14 खनौरी बॉर्डर पर घायल
किसानों का दावा है कि शुभकरण की मौत सिर पर रबर बुलेट लगने से हुई है। टकराव में कुल 23 किसान, जबकि 12 पुलिसकर्मी जख्मी हुए। नौ किसान शंभू बॉर्डर और 14 खनौरी बॉर्डर पर घायल हुए हैं। हरियाणा पुलिस का कहना है कि किसानों ने उन पर तलवारों और भालों से हमला किया। हरियाणा पुलिस की एआईजी मनीषा चौधरी ने कहा कि किसानों ने पराली में मिर्च डाल कर जलाई और पंखों से धुआं हमारी ओर कर दिया। इसके बाद पुलिस ने रबड़ बुलेट्स का इस्तेमाल किया।
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