देहरादून,
25 अक्टूबर 2024 – विरासत महोत्सव के ग्यारहवें दिन का मुख्य आकर्षण मशहूर भोजपुरी गायक और अभिनेता मनोज तिवारी की प्रस्तुति रही, जिन्होंने अपनी लोकप्रिय धुनों से हज़ारों दर्शकों के दिलों को छू लिया। तिवारी के गाए भोजपुरी गीतों जैसे “चदरिया झीनी रे झीनी” और “निमिया के डाल मईया” पर दर्शक झूमते और थिरकते नज़र आए। उनके साथ कुशल संगीतकारों की टीम ने भी ताल में ताल मिलाई, जिससे महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या में एक विशेष उमंग का संचार हुआ।
सुबह के समय, स्कूली छात्र-छात्राओं ने ड्राइंग प्रतियोगिता में अपनी मासूम कलाकारी से सभी का दिल जीता। दून इंटरनेशनल स्कूल, सेंट कबीर एकेडमी, और अन्य स्कूलों के 200 से अधिक छात्रों ने अपनी रचनाओं में प्रकृति, जीवन और विरासत को सुंदरता से उकेरा। बच्चों की कला ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया, जिसमें उन्होंने अपने नन्हे हाथों से दुनिया की खूबसूरत तस्वीरें कागज पर जीवंत कर दीं। इसके बाद दोपहर में बच्चों के लिए “खजाने की खोज” नामक मानसिक कसरत वाली गतिविधि भी आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने बड़े जोश के साथ हिस्सा लिया। दून इंटरनेशनल स्कूल की टीम ने विजयी होकर इस प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम किया।
सांस्कृतिक संध्या में सितार वादक मेहताब अली नियाज़ी की प्रस्तुति भी आकर्षण का केंद्र रही। उनके सुरों की जादूगरी और तबले की थाप ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भिंडी बाज़ार घराने के इस प्रतिष्ठित कलाकार ने अपनी अद्भुत कला से संध्या को यादगार बना दिया।
देखे वीडियो/फोटो-
विरासत महोत्सव के सफल आयोजन के लिए ओ. एन. जी. सी, पुलिस प्रशासन की टीम की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की भी सराहना की जा रही है।
-Crime Patrol