उत्तराखंड में बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और कृमि संक्रमण से बचाने के लिए मंगलवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत प्रदेशभर में 1 से 19 वर्ष तक के 36 लाख से अधिक बच्चों, किशोरों और किशोरियों को कृमिनाशक दवा दी जाएगी।
चिकित्सा स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग की संयुक्त कोशिशों से यह अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए कृमिनाशक दवा का सेवन बेहद जरूरी है।
इस अभियान के तहत प्रदेशभर के आंगनवाड़ी केंद्रों, स्कूलों, महाविद्यालयों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, और मलिन बस्तियों में दवापान कराया जाएगा। 16 अप्रैल को मॉप अप दिवस पर बच्चों को दवापान से वंचित रहने पर फिर से दवा दी जाएगी।
डॉ. रावत ने बताया कि प्रदेश में कृमि मुक्ति दिवस के सफल आयोजन को विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दे दिये गये हैं, साथ ही उन्हें स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर प्रयाप्त मात्रा में अल्बेंडाजॉल दवा उपलब्ध कराने, अन्तर्विभागीय समन्वय स्थापित करने, आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, आशाओं एवं शिक्षकों को दवापान को आवश्यक प्रशिक्षण देने को भी कहा है। इसके अलावा अधिकारियों को स्कूलों, आंगनबाडी केन्द्रों व पीएचसी सेंटरों का भ्रमण कर मॉनिटिरिंग व सुधारात्मक कार्यवाही सुनिश्चित कर बच्चों को लाभान्वित करने के भी निर्देश दे दिये गये हैं।
डॉ. रावत ने अधिकारियों को स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों और पीएचसी सेंटरों की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। पिछले 16 चरणों की सफलता के बाद इस बार 36 लाख से अधिक बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
Reported By: Arun Sharma