उत्तराखंड कांग्रेस में हाल के दिनों में नाराजगी की लहर थमने का नाम नहीं ले रही है। पार्टी के भीतर सत्ता संघर्ष, नेतृत्व परिवर्तन, और चुनावी रणनीतियों को लेकर असंतोष बढ़ता ही जा रहा है। कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता पार्टी नेतृत्व के फैसलों से असहमत हैं, और उनका मानना है कि पार्टी में आंतरिक समन्वय की कमी के कारण चुनावी माहौल प्रभावित हो सकता है।
यह असंतोष और नाराजगी पार्टी के भीतर गहरे फासले पैदा कर रही है, जो उत्तराखंड कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी है।
सूची में नाम न होने से प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप खफा
नगर निकाय चुनाव के एन वक्त पर कांग्रेस में नाराजगी थम नहीं रही है प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी स्टार प्रचारकों की सूची में नाम शामिल न करने पर प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप खफा है उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एवं प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा को पत्र भी लिखा है उन्होंने कहा कि कांग्रेस में वफादार कार्यकर्ताओं का सम्मान होना चाहिए यही कारण है कि पार्टी में कई सालों से काम कर रहे नेता अपमान महसूस कर दूसरे दलों में जा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 40 स्टार प्रचारकों की है उसमें पार्टी के लिए समर्पित नेताओं की अनदेखी की गई है
नहीं की जा रही कोई अनदेखी: प्रदेश अध्य्क्ष
वहीं इस मामले पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा का कहना है कि यह बात बिल्कुल गलत है कि उनकी अनदेखी की जा रही है उनको पूरे गढ़वाल मंडल की जिम्मेदारी दी जा रही है उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष सेवादल हेमा पुरोहित एवं भागीरथ भट्ट को गढ़वाल एवं कुमाऊँ मंडल की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
करण माहरा, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
Reported By: Tikal Sharma