देहरादून: कारगिल विजय दिवस (शौर्य दिवस) के अवसर पर सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन, एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने गांधी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में शहीद स्मारक पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने भी भाग लिया और शहीदों के सम्मान में श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

 भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम पर गर्व

एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, "भारत की सेना ने अपने शौर्य और पराक्रम से हमेशा देश का मान बढ़ाया है। हमें अपने जवानों की वीरता पर गर्व है। भारतीय सेना के अदम्य साहस और शौर्य को पूरी दुनिया मानती है।" उन्होंने कहा कि कारगिल विजय गाथा उत्तराखंड के वीरों के बिना अधूरी है, और राज्य के 75 वीर सपूतों का बलिदान यह वीर भूमि कभी नहीं भुला पाएगी। कारगिल युद्ध में देश की सीमाओं की रक्षा के लिए वीर सैनिकों के बलिदान को राष्ट्र हमेशा याद रखेगा।

 नशा मुक्त और संस्कार युक्त युवाओं की आवश्यकता

एडवोकेट जोशी ने कहा कि आज के परिवेश में हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम अपने देश के युवाओं को व्यसन मुक्त और संस्कार युक्त रखें। उन्होंने कहा, "हम अपने युवाओं को व्यसनों से दूर रखेंगे तो नशे के कारोबार से आतंकवादियों को होने वाली फंडिंग पर प्रहार किया जा सकेगा।" व्यसन मुक्त युवा ही शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होकर हमारी सेनाओं का हिस्सा बन सकते हैं।

शहीद परिवारों के आश्रितों को नि:शुल्क शिक्षा

एडवोकेट जोशी ने अपने संस्थान में शहीद परिवारों के आश्रितों को नि:शुल्क उच्च शिक्षा प्रदान करने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि वह पिछले 15 से अधिक वर्षों से युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक कर रहे हैं, ताकि युवा व्यसनों में न पड़कर सही दिशा में आगे बढ़ सकें।

युवाओं के लिए प्रेरणादायक कदम

जोशी के इन कदमों से युवाओं को प्रेरणा मिलेगी और वे अपने भविष्य को संवारने के साथ ही देश की सेवा के लिए भी तैयार होंगे। नशा मुक्त और संस्कार युक्त युवा ही देश के सच्चे सपूत हो सकते हैं और शहीदों की सच्ची श्रद्धांजलि साबित हो सकते हैं।

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