देहरादून: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ, नवनीत सिंह भुल्लर ने जानकारी दी कि एक फर्जी आर्मी अफसर को गिरफ्तार किया गया है, जो अब तक कई नवयुवकों से आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी कर चुका था। इस गिरफ्तारी के पीछे आर्मी इंटेलिजेंस देहरादून यूनिट द्वारा दी गई गोपनीय सूचना का महत्वपूर्ण योगदान था।
आर्मी इंटेलिजेंस ने एसटीएफ को सूचित किया कि थाना पटेलनगर क्षेत्र में एक व्यक्ति आर्मी अफसर बनकर, आर्मी की वर्दी पहनकर और फर्जी आर्मी कार्ड दिखाकर नवयुवकों से भर्ती के नाम पर पैसे ले रहा था। सूचना मिलने के बाद, एसटीएफ ने इस मामले की गहन जांच शुरू की और धोखाधड़ी के शिकार हुए नवयुवकों से पूछताछ की। जांच में पता चला कि आरोपी प्रमोद कुमार उर्फ वासू ने कई युवकों से 3 से 3.50 लाख रुपये झांसा देकर लिए थे और उन्हें आर्मी में भर्ती कराने का वादा किया था। प्रमोद ने मिलिट्री हॉस्पिटल देहरादून में आर्मी वर्दी पहने हुए युवकों से मुलाकात भी की थी, जिससे उनका विश्वास और मजबूत हो गया।
एक नवयुवक, परवेज ने बताया कि उसे आर्मी में चालक के पद पर भर्ती करने के लिए एक एडमिट कार्ड भी दिया गया था। लेकिन जब वह देहरादून मिलिट्री हॉस्पिटल पहुंचा, तो उसे पता चला कि मेरिट लिस्ट में उसका नाम फर्जी तरीके से डाला गया था। परवेज ने इस धोखाधड़ी के खिलाफ थाना पटेलनगर में मुकदमा दर्ज कराया।
एसटीएफ की टीम ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए मिलिट्री इंटेलिजेंस और पटेलनगर पुलिस की मदद से 3 फरवरी 2025 की रात लगभग 10.50 बजे चंदमणि रोड से आरोपी प्रमोद कुमार उर्फ वासू को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक फर्जी आर्मी पहचान पत्र, एक जोड़ी आर्मी की वर्दी, अन्य आर्मी से संबंधित पोशाक और मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
एसटीएफ ने इस मामले में तेजी से कार्यवाही करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी के शिकार हुए नवयुवकों को न्याय दिलवाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
Reported By: Tilak Sharma