होली पर अलग-अलग जगह अलग-अलग परंपराएं हैं। कुछ क्षेत्रों में इस मौके पर लोग नंगे पैरों से जलती होलिका को पार करते हैं। होली तंत्र साधना का भी अवसर होता है।कुछ स्थानों पर श्मशान की होली भी मनाई जाती है। पिछले कुछ वर्षों से किन्नर हरिद्वार में मशाने की होली खेल रहे हैं।आज भी किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर मां भवानी के नेतृत्व में हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट तक शोभायात्रा निकालकर वहां चिता की भस्म से होली खेली गई। किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर भवानी का कहना है कि किन्नरों में मशाने की होली खेलने की परंपरा प्राचीन समय से है।
Reported By : Ramesh Khanna