देहरादून
बरसात के कारण हुई खस्ताहाल देहरादून की सड़कों का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संज्ञान लेते हुए अपने प्रमुख सचिव आर के सुधांशु को निर्देश दिया है कि बरसात के खत्म होते ही प्रदेश में सड़को की मरम्मत के लिए युद्धस्तर पर अभियान चला कर तीव्र गति से काम किया जाए।
उन्होंने प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विशेष अभियान के तहत सड़को के सुधारीकरण के कार्यों और बारिश के कारण जहां भी सड़के टूट गई है वहा प्रार्थमिकता से काम किए जाने को कहा है।
उल्लेखनीय है की देहरादून शहर में कई जगह सीवर के कार्य बरसात के पूर्व संपन्न तो हो गए ,मगर वहां की सड़को का बुरा हाल हो गया ।कहने को तो पेयजल विभाग सड़क बनाने का बजट भी ले लिया मगर वो भूल गया की उसके पास लोक निर्माण विभाग की तरह लेबर और मशीन आदि नही है।जिसका परिणाम हुआ की आज भी सीवर वाले क्षेत्रों में सड़क नाम की चीज ही नहीं है।
पता ही नही चलता की सड़क में गढ्ढा है या गढ्ढे में सड़क है।
साथ ही यदि शहर के अंदर हिचकोले का मजा लेना है तो महिंद्रा बाय पास के पीछे टेहरी नगर कॉलोनी के बगल सब्जीमंडी से ले कर पुलिस चौकी तक आराम से ले सकते है।
पेयजल विभाग ये भी भूल गया की महिंद्रा बाय पास से दून यूनिवर्सिटी तक यही सड़क जाती है और यूनिवर्सिटी मैं पढ़ने वाले विद्यार्थी देश और विदेश से आते है ,साथ ही विश्वविद्यालय होने के कारण बहुत लोगो को इस संस्थान मैं आना जाना पड़ता है।
जब वो लोग गुजरते है तब उनके दिल और दिमाग पर देहरादून शहर की क्या छवि बनती होगी ।
अब इस क्षेत्र के लोगो मैं मुख्यमंत्री के इस कदम से आशा जगी है कि उनको अब इस मुसीबत से निजात मिल जायेगा।
देखे वीडियो।
गढ्ढे में सड़क या सड़क में गढ्ढे।