देहरादून। भारतीय व्यापार मंडल के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष सतीश अग्रवाल ने आज एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता में छोटे व्यापारियों की समस्याओं को उजागर किया। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन खरीदारी के बढ़ते प्रभाव ने निम्न और मध्यम श्रेणी के व्यापारियों के व्यापार पर गहरा असर डाला है। अग्रवाल ने इसे एक गंभीर चिंता का विषय बताते हुए कहा कि अगर समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो छोटे व्यापारियों का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है।
ऑनलाइन बाजार बन रहा चुनौती
सतीश अग्रवाल के अनुसार, ऑनलाइन खरीदारी के बढ़ते चलन ने छोटे दुकानदारों के ग्राहक आधार को प्रभावित किया है। उपभोक्ता अब बड़े प्लेटफार्मों पर सस्ते दाम और सुविधाजनक सेवाओं के कारण ऑनलाइन शॉपिंग को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके चलते स्थानीय बाजारों की रौनक कम हो गई है और छोटे व्यापारी अपनी जीविका को लेकर परेशान हैं।
जन जागरूकता अभियान का होगा आयोजन
छोटे व्यापारियों को इस चुनौती से उबारने के लिए भारतीय व्यापार मंडल ने जन जागरूकता अभियान शुरू करने की योजना बनाई है। इस अभियान के तहत ग्राहकों को स्थानीय व्यापार का महत्व समझाने और उन्हें अपने नजदीकी व्यापारियों से खरीदारी करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देने पर जोर
अग्रवाल ने कहा कि छोटे और मध्यम व्यापारियों का समर्थन करना केवल आर्थिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सामाजिक संतुलन बनाए रखने के लिए भी आवश्यक है। उन्होंने सरकार और आम जनता से अपील की कि वे स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देने में सहयोग करें।
समाधान की दिशा में प्रयास
भारतीय व्यापार मंडल छोटे व्यापारियों को डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़ने की दिशा में भी काम कर रहा है। उनका मानना है कि अगर छोटे व्यापारी डिजिटल माध्यम से अपने व्यापार को विस्तारित करेंगे, तो वे ऑनलाइन खरीदारी के बढ़ते चलन का सामना कर सकेंगे।
यह देखना होगा कि इस जन जागरूकता अभियान और अन्य प्रयासों से छोटे व्यापारियों की समस्याओं का समाधान कितना हो पाता है। लेकिन यह स्पष्ट है कि व्यापार मंडल का यह कदम छोटे व्यापारियों के लिए नई उम्मीद लेकर आया है।
रिपोर्ट– शिव नारायण